07 जुलाई 1981 को रांची में जन्में माही बन चुके हैं आइकॉन
रांची : कैप्टन कूल, फिनिसर माही और धौनी रिव्यू सिस्टम. इन नाम से खेल की दुनिया में प्रसिद्ध हो चुके रांची के महेंद्र सिंह धौनी का आज बर्थ डे है. 07 जुलाई 1981 को रांची में जन्में धौनी अपनी दमदार कप्तानी और हेलिकॉप्टर शॉट से दुनिया की क्रिकेट टीमों को मात देकर आज आइकॉन बन चुके हैं. यहां के उभरते क्रिकेटर धौनी को प्रेरणास्रोत मानकर खेल के मैदान में जमकर पसीना बहाते हैं.
लुक बदला नहीं कि उसे फॉलो करने लगते हैं फैंस
लंबे बाल से लेकर सफेद दाढ़ी (साल्टेड पेपल) तक के सफर में धौनी ने कुल 12 लुक बदले हैं. हर लुक को फॉलो करने वाले उनके फैन भी कम नहीं हैं. क्रिकेटर सौरभ तिवारी भी धौनी के लुक को फॉलो करते दिख चुके हैं. स्टाइल के बदलते ट्रेंड से धौनी भी अनछुए नहीं है.
नहीं करते फैन को निराश
माही अपने फैन को निराश नहीं करते. रांची प्रवास के दौरान कभी अपनी पसंदीदा बाइक से राजधानी की सड़कों पर निकल पड़ते हैं, तो कभी खेलगांव या जेएससीए स्टेडियम में खेल की दीवानगी उन्हें खींच लाती है. धौनी जितने अपने स्टाइल के लिए क्रेजी हैं उतने ही भगवान के प्रति समर्पित भी. ऐसे में जब भी रांची आते हैं, देवड़ी मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए पहुंच निश्चित रूप से जाते हैं. धौनी के ढेरों फैंस उनके जन्मदिन को उत्साह और पर्व के तौर पर मनाते हैं. केक काटते हैं.
एक झलक पाने को घंटों करते हैं इंतजार
धौनी के रांची आने की सूचना उनके फैंस के बीच आग की तरह फैलती है. उनके इंतजार में एयरपोर्ट पर भीड़ जुट जाती है और घंटों फैन धौनी का इंतजार करते हैं. सबकी चाहत धौनी के एक झलक पाने की होती है. एयरपोर्ट से बाहर निकलते ही फैन सेल्फी और फोटो क्लिक करने के लिए आतुर दिखते हैं. ऑटोग्राफ की चाहत होती है.
धौनी फैन क्लब में 9000 सदस्य, अब माही म्यूजियम बनाने की है प्लानिंग
महेंद्र सिंह धौनी की फैन फॉलोइंग काफी है. इनमें धौनी फैन क्लब भी शामिल है़ अध्यक्ष हैं जितेंद्र सिंह. इस क्लब की स्थापना वर्ष 2007 में हुई. अब खूंटी रोड में धौनी के नाम म्यूजियम बनाने की योजना है. इसमें धौनी के बचपन से अब तक की जुड़ी यादें सहेज कर रखी जायेंगी. जितेंद्र सिंह बताते हैं कि यह क्लब आम बच्चों तक क्रिकेट को पहुंचाने के लिए शुरू किया गया था़ ऐसे जरूरत मंद बच्चे जो माही की तरह अपनी लाइफ व करियर बनाना चाहते हैं. ऐसे होनहार बच्चों को माही का सिग्नेचर किया हुआ बैट दिया जाता है. अभी क्लब में 9000 सदस्य है़ं सभी धौनी को फॉलो करते हैं. धौनी के बर्थडे को इंज्वॉय करते हैं.
एमएसडी के रिकॉर्ड के लिए तैयार की डायरी, हर कदम पर चलने की कोशिश
मेकन के रहनेवाले जय सिंह महेंद्र सिंह धौनी के फैन हैं. इनकी भी पढ़ाई श्यामली से हुई है. चेन्नई सुपर किंग न सही, लेकिन श्यामली सुपर किंग की तरफ से मैच खेल चुके हैं. वे बताते हैं कि मैंने धौनी को हमेशा फॉलो किया है. माही न कॉमर्स से पढ़ाई की, तो उन्होंने भी इस सब्जेक्ट को चुना. वर्ष 2013 और 2015 में पेंसिल बॉक्स पर धौनी के ऑटोग्राफ लिये. उनके लिए दो डायरी भी बनायी. इस डायरी में धौनी के रिकॉर्ड की लिस्ट और उनकी तस्वीर को सहेजने की कोशिश की गयी है. जय सिंह के पास टीम इंडिया की सात नंबर की जर्सी भी है़ उन्होंने भी धौनी की तरह विकेटकीपर के रूप में करियर शुरू किया. हालांकि 2012 तक ही खेल सके़ इसके बाद फुटबाॅल खेलना शुरू किया. वह भी गोलकीपर के रूप में. माही ने अपना पहला मैच बांग्लादेश के साथ खेला, तो इनका भी पहला इंटरनेशनल फुटबाॅल मैच का मुकाबला बांग्लादेश के साथ ही हुआ. जय सिंह कहते हैं : धौनी इज द बेस्ट.