लंदन : भारत के कप्तान विराट कोहली का मानना है कि इंग्लैंड एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 500 रन बनाने वाली दुनिया की पहली टीम बन सकती है.
इंग्लैंड के नाम पर पहले ही एकदिवसीय क्रिकेट में सबसे बड़े स्कोर का रिकार्ड दर्ज है. टीम ने पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रिकार्ड छह विकेट पर 481 रन बनाए थे. विश्व कप से पहले कप्तानों की मीडिया कांफ्रेंस में कोहली से पूछा गया कि क्या आगामी टूर्नामेंट में 500 रन के आंकड़े को छुआ जा सकता है.
अपने साथ बैठे इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन की ओर इशारा करते हुए कोहली ने कहा, मैं सिर्फ इतना ही कह सकता हूं कि ये इन लोगों पर निर्भर करता है. ऐसा लगता है कि ये किसी और से पहले 500 रन तक पहुंचने के लिए बेताब हैं. कोहली ने स्वीकार किया कि टूर्नामेंट में काफी रन देखने को मिलेंगे, लेकिन विश्व कप में खेलने के दबाव के कारण 260-270 रन के लक्ष्य का पीछा करना भी मुश्किल होगा.
उन्होंने कहा, यह बड़े स्कोर वाला टूर्नामेंट होगा, लेकिन मैंने स्वदेश में भी कहा कि विश्व कप में 260-270 रन का पीछा करना 370-380 रन का पीछा करने जितना मुश्किल होगा. भारतीय कप्तान ने उम्मीद जताई कि टूर्नामेंट की शुरुआत में टीमें अधिक सतर्क होंगी.
विश्व कप 2015 जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे ऑस्ट्रेलिया के कप्तान आरोन फिंच से भी यही सवाल पूछा गया. उन्होंने कहा, पिछले कुछ वर्षों में अगर आप देखो तो इंग्लैंड के स्कोर लगातार ऊपर जा रहे हैं. हमारे खिलाफ सर्वोच्च स्कोर बना. मैं नहीं कहना चाहता कि सबसे पहले ऐसा कौन करेगा.
फिंच ने इंग्लैंड और भारत को मजबूत दावेदार बताया, लेकिन कहा कि टूर्नामेंट काफी प्रतिस्पर्धी होगा क्योंकि सभी टीमों को एक दूसरे के खिलाफ कम से कम एक मैच खेलना है. कोहली ने भी फिंच से सहमति जताई कि इंग्लैंड विश्व कप में सबसे मजबूत टीम के रूप में उतरेगा. भारत और पाकिस्तान के बीच 16 जून को ओल्ड ट्रैफर्ड में होने वाले मुकाबले के बारे में कोहली और पाकिस्तान के कप्तान सरफराज अहमद ने अपनी राय दी.
सरफराज ने कहा, भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबले की हमेशा से प्रतीक्षा रहती है. लेकिन अगर आप खिलाड़ियों से पूछो तो प्रशंसक जिस तरह देखते हैं यह उससे बिलकुल अलग है. जब आप स्टेडियम में प्रवेश करते हैं तो प्रशंसकों के रोमांच को महसूस कर सकते हैं, लेकिन मैदान पर कदम रखते ही यह काफी पेशेवर हो जाता है.
कोहली ने कहा, हमारे लिए यह एक अन्य मैच है जिसे हम टीम के रूप में जीतना चाहते हैं. हां इसमें दबाव होता है, क्योंकि स्टेडियम का माहौल काफी अलग होता है लेकिन केवल मैच में प्रतिस्पर्धा शुरू होने से पहले ही आप इसे महसूस करते हो. इसके शुरू होते ही यह हम सभी के लिए यह क्रिकेट का मैच बन जाता है.