इस विशेष योग में संतान के जन्म पर पड़ सकता है अशुभ प्रभाव

Vish Yoga May 2025 is unfavourable for child birth
Vish Yoga May 2025

Vish Yoga May 2025: ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की गति और योगों का अत्यधिक महत्व होता है. कौन सा ग्रह किस नक्षत्र में स्थित है, किस ग्रह का किस राशि में प्रवेश या गोचर हो रहा है, इसका प्रभाव विभिन्न राशियों पर पड़ता है. मई में एक विशेष योग बन रहा है, जिसे अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है. यह योग विष योग है.

मई 2025 में विष योग कब बन रहा है?

यह योग 22 मई 2025 को सुबह 7:50 बजे से आरंभ होगा, जब चंद्रमा मीन राशि में प्रवेश करेगा, जहाँ पहले से ही शनि स्थित होंगे. यह योग 24 मई 2025 की सुबह 10:38 बजे तक प्रभावी रहेगा. इस पूरे समय में चंद्रमा और शनि दोनों मीन राशि में रहेंगे, जिससे विष योग बनता है. इस अवधि में जन्म लेने वाले शिशुओं की कुंडली में यह योग उपस्थित रहेगा, जिसे मानसिक, शारीरिक और पारिवारिक दृष्टि से अशुभ माना जाता है.

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विष योग में संतान के जन्म पर अशुभ प्रभाव

ज्योतिषाचार्य डॉ एन के बेरा मई 2025 में बनने वाले विष योग और ग्रहण योग से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी साझा कर रहे हैं, ताकि जन्म से पूर्व ही इन अशुभ योगों से बचाव किया जा सके. जब किसी दंपत्ति के घर संतान का आगमन होने वाला होता है और चिकित्सक संकेत देते हैं कि प्रसव सामान्य नहीं होकर ऑपरेशन से हो सकता है, तो माता-पिता की यह स्वाभाविक इच्छा होती है कि शिशु का जन्म यदि संभव हो, तो किसी शुभ और अनुकूल समय में ही हो.

विष योग क्या है?

जब चंद्रमा और शनि एक ही राशि में स्थित होते हैं, तब विष योग का निर्माण होता है. चंद्रमा को मन, माता और शरीर के जल तत्व का प्रतीक माना जाता है, जबकि शनि को कष्ट और रोगों का कारक समझा जाता है. इन दोनों ग्रहों की युति ज्योतिष शास्त्र में अत्यंत अशुभ मानी जाती है. यदि यह योग संतान की कुंडली में बन जाए, तो इसके परिणाम नकारात्मक हो सकते हैं.