13.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

Kundli yog: राहु शनि और सूर्य की अशुभ दृष्टि के कारण दांपत्य जीवन होता है बेहद कष्टकारी, जाने इसका निवारण

Kundli yog: अगर व्यक्ति के कुंडली में राहु शनि और सूर्य की अशुभ दृष्टि पड़ने पर उसका दांपत्य जीवन बहुत ही अधिक कष्ट में गुजरता है. किसी व्यक्ति के जन्मपत्रिका में दाम्पत्य-सुख का विचार सप्तम भाव व सप्तमेश से किया जाता है.

Kundli yog: अगर व्यक्ति के कुंडली में राहु शनि और सूर्य की अशुभ दृष्टि पड़ने पर उसका दांपत्य जीवन बहुत ही अधिक कष्ट में गुजरता है. किसी व्यक्ति के जन्मपत्रिका में दाम्पत्य-सुख का विचार सप्तम भाव व सप्तमेश से किया जाता है. इसके अतिरिक्त शुक्र भी दाम्पत्य-सुख का प्रबल कारक होता है, क्योंकि शुक्र भोग-विलास व शैय्या सुख का प्रतिनिधि है.

पुरुष की जन्मपत्रिका में शुक्र पत्नी का एवं स्त्री की जन्मपत्रिका में गुरु पति का कारक माना गया है. जन्मपत्रिका का द्वादश भाव शैय्या सुख का भाव होता है. अत: इन दाम्पत्य सुख प्रदाता कारकों पर यदि पाप ग्रहों, क्रूर ग्रहों व अलगाववादी ग्रहों का प्रभाव हो तो व्यक्ति आजीवन दाम्पत्य सुख को तरसता रहता है. सूर्य, शनि, राहु अलगाववादी स्वभाव वाले ग्रह हैं. वहीं मंगल व केतु मारणात्मक स्वभाव वाले ग्रह है. ये सभी दाम्पत्य-सुख के लिए हानिकारक होते हैं. आइये जानते हैं कि किन योगों के कारण व्यक्ति इससे वंचित होता है.

Also Read: Janam kundli: व्यक्ति की कुंडली में सबसे अधिक कष्टकारी माना जाता है विषयोग, जानें इसके दुष्परिणाम और उपाय

  • यदि लग्न में शनि स्थित हो और सप्तमेश अस्त, निर्बल या अशुभ स्थानों में हो तो जातक का विवाह विलम्ब से होता है व जीवनसाथी से उसका मतभेद रहता है.

  • यदि सप्तम भाव में राहु स्थित हो और सप्तमेश पाप ग्रहों के साथ छ्ठे, आठवें या बारहवें भाव में स्थित हो तो जातक के तलाक की सम्भावना होती है.

  • यदि किसी स्त्री की जन्मपत्रिका में गुरु पर अशुभ ग्रहों का प्रभाव हो, सप्तमेश पाप ग्रहों से युत हो एवं सप्तम भाव पर सूर्य, शनि व राहु की दृष्टि हो तो ऐसी स्त्री को दाम्पत्य सुख प्राप्त नहीं होता.

संजीत कुमार मिश्रा

ज्योतिष एवं रत्न विशेषज्ञ

मोबाइल नंबर- 8080426594-9545290847

Prabhat Khabar Digital Desk
Prabhat Khabar Digital Desk
यह प्रभात खबर का डिजिटल न्यूज डेस्क है। इसमें प्रभात खबर के डिजिटल टीम के साथियों की रूटीन खबरें प्रकाशित होती हैं।

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel