पटना : व्यक्ति को ऊंचा पद मिलेगा या नहीं, सरकारी नौकरी मिलेगी या नहीं ये सब कुंडली में सूर्य की स्थिति पर निर्भर होती है. कुंडली में सूर्य की शुभ स्थिति व्यक्ति को मान-सम्मान और सुख-समृद्धि प्रदान करती है. कुंडली में सूर्य यदि शनि, राहु या केतु के साथ हो या दृष्टि संबंध बनाता हो तो व्यक्ति को अपमान का सामना करना पड़ सकता है. क्योंकि यदि सूर्य राहु या केतु के साथ स्थित है तो ग्रहण दोष बनता है.
सूर्य और शनि साथ हो तो पितृदोष बनता है. सूर्य और चंद्रमा साथ हो तो अमावस्या योग बनता है. यदि कुंडली में सूर्य का अशुभ योग है तो सरकारी नौकरी और ऊंचा पद पाने में परेशानी होती है. यदि इसका उपाय किया जाये तो अशुभ फल को कम किया जा सकता है.
सूर्य मेष राशि में उच्च का और तुला राशि में नीच का प्रभाव देता है. यदि कुंडली में सूर्य उच्च हो, मित्र लग्न की कुंडली हो, सूर्य पर शत्रु ग्रह की दृष्टि में न हो तो सूर्य की ये स्थिति व्यक्ति को सरकारी नौकरी, ऊंचा पद दिला सकता है. यह कहना है दैवज्ञ श्रीपति त्रिपाठी का.
वे गुरुवार को प्रभात खबर की ओर से आयोजित पाठकों के सवालों का जवाब दे रहे थे.