भागलपुर : भागलपुर-किऊल रेलखंड पर इलेक्ट्रिक रेल लाइन का काम केवल कहने को पूरा हुआ है. यह अभी भागलपुर स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या एक पर पावर कनेक्टिविटी के पेच में फंसा हुआ है. जबकि, सीआरएस जांच तक हो गयी है. इधर, पावर कनेक्टिविटी का काम जब तक पूरा नहीं होगा, तब तक इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनों का सफर शुरू नहीं हो सकेगा. दरअसल, प्लेटफॉर्म एक पर वायरिंग नहीं हो सका है.
दोहरीकरण कार्य से पूर्व ही वायरिंग किया गया और अब दोहरीकरण के बाद लाइन बदला गया है, तो वायरिंग नये सिरे करना होगा. वर्ना, डीजल इंजन की मदद से पावर इंजन लगाना होगा. यह काम मुमकिन नहीं है. बता दें कि किऊल-भागलपुर के बीच नवनिर्मित विद्युतीकरण रेल लाइन की कमश्निर ऑफ रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) की जांच 15 मार्च को पूरी हुई थी. कमश्निर ऑफ रेलवे सेफ्टी मो लतीफ खान की अगुवाई में जो टीम पहुंची थी, वह निरीक्षण के बाद कुशल इलेक्ट्रिफिकेशन वर्क बता पूरी तरह संतुष्ट हुए थे. वहीं, होली के ठीक बाद ही इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन परिचालन शुरू कराने का दावा किया गया था.