Murshidabad Violence: मुर्शिदाबाद पलायन पर टीएमसी नेता और पश्चिम बंगाल के मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा, “वे बंगाल से बंगाल में ही जा रहे हैं. बंगाल के भीतर शांति है, इसलिए वो एक जगह से दूसरी जगह पलायन कर रहे हैं. सब कुछ ठीक है. स्थिति बनी, ऐसा हुआ. हालांकि यह निंदनीय है और पुलिस पता लगाएगी कि इसके पीछे कौन था.”
हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद में स्थिति सामान्य हो रही है: पुलिस
हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद में स्थिति सामान्य हो रही है. इसको लेकर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) जावेद शमीम ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में शांति और स्थिरता बहाल करने के प्रयास जारी हैं. उन्होंने कहा, “दुकानें खुलनी शुरू हो गई हैं और लोग वापस लौट रहे हैं. अब तक 19 परिवार अपने घर लौट चुके हैं. मालदा और मुर्शिदाबाद, दोनों जिला प्रशासन जिलों से चले गए लोगों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं.” उन्होंने शांति के लिए अफवाहों के प्रसार को रोकने के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने कहा, “अब तक 210 गिरफ्तारियां की गई हैं. मैं लोगों से आग्रह करता हूं कि वे अफवाहों पर विश्वास न करें और जानकारी की पुष्टि करें. अगर हमें शांति बनाए रखनी है तो अफवाहों पर रोक लगानी होगी.”
मुर्शिदाबाद में स्थिति सामान्य करने में जुटी पुलिस
सुबह पुलिस को सार्वजनिक घोषणाएं करते हुए देखा गया, जिसमें दुकानदारों से व्यवसाय फिर से शुरू करने का आग्रह किया गया और निवासियों को सामान्य जीवन में लौटने के लिए प्रोत्साहित किया गया. पुलिस अधिकारी शमीम ने कहा, “पुलिस की पहली प्राथमिकता मुर्शिदाबाद में पूरी तरह से सामान्य स्थिति बहाल करना है और हमें विश्वास है कि यह जल्द ही हासिल हो जाएगा.”
मुर्शिदाबाद में ऐसे भड़की हिंसा, पिता-पुत्र समेत तीन लोगों की मौत
मुर्शिदाबाद के सुती, धुलियां, शमशेरगंज और जंगीपुर इलाकों में शुक्रवार 11 अप्रैल को वक्फ कानून के खिलाफ हिंसा भड़क उठी थी. हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. जिसमें एक पिता और पुत्र की नृशंस हत्या कर दी गई थी. पुलिस अधिकार ने बताया, एक अलग मामला दर्ज किया जाएगा और इसमें शामिल सभी लोगों – दोषियों और तमाशबीनों – को जवाबदेह ठहराया जाएगा.उन्होंने कहा, ‘‘उनकी सटीक पहचान करने में समय लगेगा, लेकिन किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.’’