मुंबई के साकीनाका इलाके में महिला के साथ हुए रेप और दरिंदगी मामले की जांच एसआईटी करेगी. रविवार को इस बारे में फैसला हुआ. एसआईटी की टीम में 11 अधिकारी होंगे जिसमें एक महिला अस्टिेंट कमिश्नर आफ पुलिस भी शामिल है. इस टीम का नेतृत्व यही महिला अधिकारी करेंगी.
मुंबई रेपकेस की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी, यह जानकारी मुंबई के पुलिस कमिश्नर हेमंत नागराले ने दी. इससे पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी यह घोषणा की थी कि मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में हो सकती है.
घटना के बाद से महाराष्ट्र सरकार पर दबाव बढ़ गया था जिसके बाद एसआईटी जांच की बात सामने आयी. इससे पहले आज महिला आयोग की सदस्य घटनास्थल पर गयीं और पीड़िता के परिजनों से भी मुलाकात की. उन्होंने डीजीपी से भी भेंट की.
महिला आयोग की सदस्य चंद्रमुखी देवी ने कहा कि हम यह मांग करते हैं कि केस में जल्द से जल्द चार्जशीट दाखिल की जाए और फास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाये. महिला आयोग की सदस्य ने यह मांग भी की है कि पीड़िता के बच्चों को 10 लाख रुपये दिए जाएं और उनकी शिक्षा की व्यवस्था की जाये.
गौरतलब है कि शुक्रवार को महिला के साथ मुंबई के साकीनाका इलाके में बलात्कार की घटना हुई और उसके प्राइवेट पार्ट में लोहे के रड से हमला किया गया, जिसकी वजह से शनिवार की सुबह महिला की मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हो गयी. घटना के बाद महाराष्ट्र सरकार पर दबाव बन गया था.
Posted By : Rajneesh Anand