पणजी : टिकट को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री और गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम व भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस तनातनी जारी है. भाजपा की ओर से मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल की उम्मीदवारी के लिए अभी टिकट जारी नहीं किया गया है. फिर भी वे घर-घर जाकर प्रचार करना शुरू कर दिए हैं. वहीं, भाजपा के नेता देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें खरी-खरी सुनाते हुए कहा कि किसी नेता का बेटा होना ही उम्मीदवारी की योग्यता नहीं है.
बताते चलें कि गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर पंजिम विधानसभा सीट से टिकट मांग रहे हैं. भाजपा कोर ग्रुप और केंद्रीय चुनाव समिति ने इस विधानसभा सीट से उनके नाम का फैसला नहीं किया है. उधर, टिकट को लेकर मनोहर पर्रिकर के बेटे और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस में बहस जारी है. फडणवीस भाजपा की गोवा इकाई के प्रभारी भी हैं.
इस बीच, भाजपा की गोवा इकाई के प्रभारी देवेंद्र फडणवीस ने उत्पल पर्रिकर को नसीहत देते हुए कहा कि सिर्फ इसलिए कि कोई मनोहर पर्रिकर या किसी नेता का बेटा है, तो उसे भाजपा के टिकट के योग्य नहीं मान लिया जा सकता. उनके इस बयान के बाद उत्पल पर्रिकर ने एक साक्षात्कार के दौरान कहा कि क्या फडणवीस कह रहे हैं कि केवल जीतने की योग्यता ही मानदंड है? चरित्र कोई मायने नहीं रखता? आप एक ऐसे व्यक्ति को टिकट देने जा रहे हैं, जिसका आपराधिक इतिहास है और हमें घर बैठना है?
उत्पल ने आगे कहा कि अगर भाजपा की ओर से पणजी निर्वाचन क्षेत्र से मौजूदा विधायक अतानासियो मोनसेरेट को टिकट दिया जाता है तो वह चुप नहीं बैठेंगे. उन्होंने कहा कि गोवा में जिस प्रकार की राजनीति हो रही है, वह मुझे बर्दाश्त नहीं है. यह मुझे मंजूर नहीं है. इस बीच, सामाजिक कार्यकर्ता और सिंगर हेमा सरदेसाई ने कहा है कि मुझे टीएमसी से टिकट मिल रहा है. मगर, उत्पल चुनाव लड़ रहे हैं, तो मुझे लड़ने की जरूरत नहीं है. वह एक ऐसा चेहरा हैं, जिसे पंजिम की जरूरत है.