India vs Bangladesh: भारत में मौजूद अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की ओर से दिए गए भड़काऊ बयानों पर बांग्लादेश ने गंभीर चिंता जताई थी. बाद बांग्लादेश में भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा को तलब भी किया था. इस घटनाक्रम के कुछ घंटे बाद भारत की ने अपनी प्रतिक्रिया दी.
बांग्लादेश ने भारत को लेकर क्या किया था दावा?
बांग्लादेश ने दावा किया है कि शेख हसीना को भड़काऊ बयान जारी करने की अनुमति दी जा रही है, जिसमें वह अपने समर्थकों को बांग्लादेश में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के लिए उकसा रही हैं. उनके बयान का उद्देश्य आगामी संसदीय चुनावों को विफल करना है. बयान में कहा गया है कि बांग्लादेश हसीना और पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमान खान कमाल को जल्द से जल्द प्रत्यर्पित करने की अपनी मांग एक बार फिर दोहराता है, ताकि वे पिछले महीने विशेष न्यायाधिकरण की ओर से सुनाई गई मौत की सजा का सामना कर सकें.
विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश को दिया करारा जवाब
विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश को करारा जवाब देते हुए कहा, भारत बांग्लादेश की अंतरिम सरकार द्वारा प्रेस बयान में किए गए दावों को स्पष्ट रूप से खारिज करता है. भारत ने बांग्लादेश में शांतिपूर्ण माहौल में स्वतंत्र, निष्पक्ष, समावेशी और विश्वसनीय चुनाव कराने के अपने रुख को लगातार दोहराया है. भारत ने कभी भी अपनी धरती को बांग्लादेश के हितों के खिलाफ गतिविधियों के लिए इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं दी है. विदेश मंत्रालय ने कहा, हमें उम्मीद है कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार आंतरिक कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक उपाय करेगी, जिसमें शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराना भी शामिल है.
बांग्लादेश में 12 फरवरी को होना है आम चुनाव
बांग्लादेश में संसदीय चुनाव 12 फरवरी को होंगे. पिछले साल अगस्त में बड़े पैमाने पर हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद हसीना सरकार के पतन के बाद यह पहला आम चुनाव होगा. अवामी लीग ने चुनावों को खारिज करते हुए कहा है कि मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार स्वतंत्र और सामान्य माहौल में चुनाव कराने में सक्षम नहीं होगी.
बांग्लादेश से भागकर शेख हसीना ने भारत में लिया शरण
शेख हसीना पिछले साल अगस्त में छात्रों के हिंसक प्रदर्शन के बाद भारत आ गयीं थी. बांग्लादेश के एक विशेष न्यायाधिकरण ने उन्हें मानवता के खिलाफ अपराधों के लिए दोषी ठहराते हुए मौत की सजा सुनाई है. बांग्लादेश भारत से हसीना के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है.

