मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतेह अल-सिसी ने आज पीएम मोदी के साथ मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच कई मुद्दों पर द्विपक्षीय वार्ता हुई. बैठक के बाद पीएम मोदी ने कहा कि हमने आज अपने रक्षा उद्योगों के बीच सहयोग को और मजबूत करने आतंकवाद विरोधी संबंधी सूचना एवं इंटेलिजेंस का आदान-प्रदान बढ़ाने का भी निर्णय लिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने मिलकर तय किया कि अगले 5 सालों में अपने देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार को 12 बिलियन डॉलर तक ले जाएंगे.
दोनों देशों के लिए आतंकवाद चिंता का कारण- पीएम मोदी: मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत और मिस्र आतंकवाद को लेकर चिंतित हैं. दोनों देश इस बात पर सहमत हैं कि सीमा पार आतंकवाद को नियंत्रित करने के लिए कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए और इसके लिए हम साथ मिलकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सचेत करने का प्रयास करते रहेंगे. दोनों देशों के बीच सामरिक समन्वय पूरे क्षेत्र में शांति और समृद्धि के क्षेत्र में मददगार होगा.
मिस्र के राष्ट्रपति ने दिया धन्यवाद: वहीं, पीएम मोदी से मुलाकात के बाद मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी ने कहा कि हमने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के बारे में बात की. COP 27 पर भी चर्चा की. हमने मिस्र और भारत के बीच सुरक्षा सहयोग पर भी चर्चा की. वहीं, राष्ट्रपति सिसी ने आगामी G-20 शिखर सम्मेलन के लिए मिस्र को अतिथि देश के रूप में आमंत्रित करने के लिए भी पीएम मोदी को धन्यवाद किया. साथ ही राजनयिक संबंधों के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में दोनों देशों के बीच डाक टिकटों के आदान-प्रदान भी हुआ.
पीएम मोदी की जमकर सराहना: मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सिसी ने कहा कि उन्होंने साल 2015 में न्यूयॉर्क में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की थी. सिसी ने कहा कि उसी समय से उन्हें यह उम्मीद थी कि पीएम मोदी अपने देश को आगे ले जाएंगे. सिसी ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध को और मजबूत करने और बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को मिस्र आने का आमंत्रण दिया है.
गौरतलब है कि इस बार भारत गणतंत्र दिवस के मौके पर मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया है. भारत के आमंत्रण को स्वीकार कर राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी अपने डेलिगेशन के साथ भारत आए हैं. पीएम मोदी ने कहा कि कल यानी गुरुवार को गणतंत्र दिवस समारोह में मिस्र के राष्ट्रपति मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हो रहे है, ये पूरे भारत के लिए सम्मान और हर्ष का विषय है.