Hanuman Chalisa Controversy in Maharashtra: महानगर की एक अदालत ने निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा को मुंबई पुलिस की हिरासत में भेजने की मांग को खारिज करते हुए उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. एक अधिकारी ने बताया कि नवनीत राणा को भायखला महिला कारावास में भेजा गया, जबकि उनके पति को ऑर्थर रोड जेल भेजा गया.
क्या है मामला
यहां चर्चा कर दें कि मुंबई पुलिस ने अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और बड़नेरा से विधायक रवि राणा को अलग-अलग समुदायों के बीच नफरत फैलाने के आरोप में शनिवार को गिरफ्तार किया था. इससे पहले राणा दंपती ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने की अपनी योजना को रद्द कर दिया था. इस बीच, राणा के घर के बाहर प्रदर्शन करने के आरोप में पुलिस ने शिवसेना के 13 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया. हालांकि, बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया. राणा दंपती के खिलाफ राजद्रोह का भी मामला दर्ज किया गया है.
जनता को लगता है कि राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए
इधर निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा के खिलाफ मुंबई में शिवसैनिकों के प्रदर्शन और भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया के एसयूवी पर ‘‘हमले'' की पृष्ठभूमि में भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेन्द्र फडणवीस ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र की जनता को लगता है कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू होना चाहिए. हालांकि फडणवीस ने यह स्पष्ट किया कि भाजपा राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग नहीं करेगी.
हनुमान चालीसा के पाठ के पीछे भाजपा का हाथ
वहीं, पुराने गठबंधन सहयोगियों शिवसेना और भाजपा के बीच बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि में शिवसेना सांसद संजय राउत ने हाल ही में दावा किया था कि खुफिया विभाग से मिली सूचना के अनुसार, महाराष्ट्र में साम्प्रदायिक तनाव पैदा करने और एमवीए सरकार को हटाकर राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करने के लिए साजिश की जा रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग और हनुमान चालीसा के पाठ के पीछे भाजपा का हाथ है.