नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से रोजाना जारी होने वाले कोरोना के दैनिक मामलों में भले ही गिरावट दर्ज की जा रही हो, लेकिन महामारी का खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है. मीडिया की रिपोर्ट्स की मानें तो भारत के तकरीबन 141 जिलों में संक्रमण की दर 10 फीसदी से अधिक बनी हुई है. इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि कहीं इन 10 जिलों से एक बार फिर कोरोना के मामलों में तेजी न आ जाए. वहीं, केरल समेत कई राज्यों में स्थिति अब भी चिंताजनक बनी हुई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव कुमार अग्रवाल के अनुसार, भारत के 141 जिलों में कोरोना की साप्ताहिक संक्रमण दर 10 फीसदी से अधिक दर्ज की गई है. वहीं, देश के करीब 160 जिलों में संक्रमण अभी भी 5 से 10 फीसदी के बीच है. केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और कर्नाटक में अभी भी सक्रिय मरीजों की संख्या सबसे अधिक है. ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है. मिजोरम, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के हालात भी चिंताजनक हैं.
लव कुमार अग्रवाल ने मीडिया को बताया कि देश में 96 फीसदी वयस्क आबादी को पहली खुराक लगा दी गई है. इनमें से 78 फीसदी आबादी को टीके की दोनों खुराक दी जा चुकी है. इसके अलावा 15 से 18 वर्ष के 69 फीसदी किशोरों को पहली और 14 फीसदी को दोनों खुराक दी जा चुकी है.
Also Read: School Reopen News: 14 फरवरी से खुलेंगे चंडीगढ़ में स्कूल, ये कोरोना प्रतिबंध हटाये गये
नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने बूस्टर डोज को लेकर लोगों से अपील की है कि जिनकी उम्र 60 वर्ष या उससे अधिक है और जिन्हें पहले से कोई न कोई बीमारी है, उन्हें एहतियाती खुराक के लिए आगे आना चाहिए क्योंकि संक्रमण का जोखिम इस वर्ग के लिए अभी भी बना हुआ है.