10.3 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Congress Crisis : भाजपा पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ करने की तैयारी में कांग्रेस ?

Congress Crisis : क्या कांग्रेस अपनी सबसे बडी विरोधी पार्टी भाजपा पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक' करने का मन बना रही है. दरअसल पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने उत्तर प्रदेश की लखीमपुरी की जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से जितिन प्रसाद के खिलाफ कार्रवाई की मांग से जुड़ी खबर की पृष्ठभूमि में कहा कि पार्टी को अपने लोगों पर नहीं, बल्कि भाजपा को ‘सर्जिकल स्ट्राइक' से निशाना बनाने की जरूरत है.

क्या कांग्रेस अपनी सबसे बडी विरोधी पार्टी भाजपा पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ करने का मन बना रही है. दरअसल पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने उत्तर प्रदेश की लखीमपुरी की जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से जितिन प्रसाद के खिलाफ कार्रवाई की मांग से जुड़ी खबर की पृष्ठभूमि में कहा कि पार्टी को अपने लोगों पर नहीं, बल्कि भाजपा को ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ से निशाना बनाने की जरूरत है. उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रसाद को ‘आधिकारिक तौर पर निशाना बनाया जाना’ दुर्भाग्यपूर्ण है.

सिब्बल ने ट्वीट किया, दुर्भाग्यपूर्ण है कि उत्तर प्रदेश में जितिन प्रसाद को आधिकारिक रूप से निशाना बनाया जा रहा है. कांग्रेस को अपने लोगों पर नहीं, बल्कि भाजपा को सर्जिकल स्ट्राइक से निशाना बनाने की जरूरत है. उनके इस ट्वीट से परोक्ष रूप से सहमति जताते हुए कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने ट्वीट किया, भविष्य ज्ञानी….

खबरों के मुताबिक, लखीमपुरी खीरी कांग्रेस कमेटी ने पांच प्रस्ताव पारित किए हैं जिनमें से एक में मांग की गई है कि जितिन प्रसाद के खिलाफ कार्रवाई की जाए. गौरतलब है कि सिब्बल, तिवारी और प्रसाद उन 23 नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने कांग्रेस के संगठन में व्यापक बदलाव, सामूहिक नेतृत्व और पूर्णकालिक अध्यक्ष की मांग को लेकर हाल ही में सोनिया गांधी को पत्र लिखा था. इसको लेकर बड़ा विवाद खड़ा हुआ.

नेतृत्व को चुनौती देने वालों के बदले सुर : आपको बता दें कि कांग्रेस में सामूहिक नेतृत्व और पूर्णकालिक एवं सक्रिय अध्यक्ष की मांग को लेकर सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले 23 नेताओं के सुर मंगलवार को बदल गये. कई ने कहा कि उन्हें विरोधी नहीं समझा जाये और उन्होंने कभी भी पार्टी नेतृत्व को चुनौती नहीं दी. नेताओं ने यह भी कहा कि पत्र लिखने का मकसद कभी भी सोनिया गांधी या राहुल गांधी के नेतृत्व पर अविश्वास जताना नहीं था. वे सोनिया के अंतरिम अध्यक्ष बने रहने के फैसले का स्वागत करते हैं.

विवाद के बाद की बात : विवाद के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि यह किसी पद के लिए नहीं, बल्कि देश के लिए है जो उनके लिए सबसे ज्यादा मायने रखता है. आनंद शर्मा ने कहा कि पत्र लिखने वाले नेताओं का इरादा देश के मौजूदा माहौल को लेकर साझा चिंताओं से नेतृत्व को अवगत कराना था. कांग्रेस महासचिव मुकुल वासनिक ने कहा कि इस पत्र को अपराध के तौर पर देखने वालों को आज नहीं तो कल, इसका अहसास जरूर होगा कि पत्र में उठाये गये मुद्दे विचार योग्य हैं. वीरप्पा मोइली ने सोनिया गांधी के नेतृत्व की तारीफ करते हुए और उनके अंतरिम अध्यक्ष बने रहने का स्वागत करते हुए यह भी कहा कि पत्र का मकसद पार्टी को अगले लोकसभा चुनाव और अन्य चुनावों के लिए तैयार करना था.

Posted By : Amitabh Kumar

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें