सुरक्षा जवान राकेश्वर सिंह मनहास नक्सलियों के साथ हैं और सुरक्षित हैं. नक्सलियों ने एक तस्वीर जारी कर यह जानकारी दी है कि वो पूरी तरह सुरक्षित हैं और हमारे साथ हैं. छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सल मुठभेड़ के बाद वो गायब हो गये थे.
नक्सलियों ने मुठभेड़ के बाद एक पत्र जारी कर यह जानकारी दी थी कि मनहास हमारे साथ है. इस संबंध में उन्होंने स्थानीय मीडिया को भी फोन कर बताया था मुठभेड़ में शामिल जवान राकेश्वर सिंह मनहास को हम अपने साथ ले आये हैं.
नक्सलियों की तरफ से जारी की गयी इस तस्वीर में मनहास सुरक्षित नजर आ रहे हैं. जंगल में किसी जगह पर वह आराम से बैठे हैं और जिस मुद्रा में उनकी तस्वीर ली गयी है उससे लगता है वह किसी बातचीत कर रहे हैं. उन्होंने वही कपड़े पहन रखें जो जवान पहनते हैं. ऊनके सिर के ऊपर ताड़ के पत्तों से बनी छत दिख रही है.
नक्सलियों ने अपनी तऱफ से जारी पत्र में यह स्पष्ट कर दिया है कि सरकार मध्यस्थता के लिए नामों पर विचार करे . मध्यस्थता के बाद इन्हें छोड़ दिया जायेगा. नक्सलियों द्वारा जारी इस तस्वीर को लेकर कई तरह के भ्रम भी हैं. सुरक्षा बल और परिजनों को इस बात पर शक है कि यह उनकी ताजा तस्वीर है. पुख्ता होने के लिए उन्होंने अपील की है कि एक वीडियो जारी किया जाये. परिजनों ने भी अपील की है कि एक वीडियो जारी करें ताकि तसल्ली हो जाये को वो सुरक्षित हैं.
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में तर्रेम थाना क्षेत्र के पास सुरक्षा बलों की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई थी जिसमें 22 जवान शहीद हो गये थे. यहां से कुछ जवानों के लापता होने की भी खबर आयी थी. मुठभेड़ के कुछ दिनों के बाद नक्सलियों ने यह जानकारी दी कि लापता जवान उनके साथ है और अगर सुरक्षित उसकी वापसी चाहते हैं तो मध्यस्थता करें.