34.1 C
Ranchi
Friday, March 29, 2024

BREAKING NEWS

Trending Tags:

पशु बिक्री प्रतिबंध पर गतिरोध : आरएसएस ने कहा, गोमांस दावत ‘‘मानवता के खिलाफ””

नयी दिल्ली/तारकेश्वर: गोमांस खाने और पशुओं की खरीद-फरोख्त पर प्रतिबंध को लेकर राजनीतिक माहौल गुरुवार को भी गर्म रहा, जबकि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने यह कह कर मामले को शांत कराने का प्रयास किया कि केंद्र की नयी अधिसूचना से पशुओं के वध पर राज्य के कानून में हस्तक्षेप नहीं किया जायेगा. केरल और […]

नयी दिल्ली/तारकेश्वर: गोमांस खाने और पशुओं की खरीद-फरोख्त पर प्रतिबंध को लेकर राजनीतिक माहौल गुरुवार को भी गर्म रहा, जबकि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने यह कह कर मामले को शांत कराने का प्रयास किया कि केंद्र की नयी अधिसूचना से पशुओं के वध पर राज्य के कानून में हस्तक्षेप नहीं किया जायेगा. केरल और तमिलनाडु सहित देश के कई हिस्से में पिछले कुछ दिनों से चल रहे प्रदर्शन के बाद जेटली ने नयी दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पशुओं को काटने के लिए पशु बाजारों में खरीद-फरोख्त पर प्रतिबंध का राज्य के कानूनों से कोई लेना-देना नहीं है.

उन्होंने कहा कि पशु बाजार किसानों के लिए हैं, न कि व्यापारियों के लिए. उन्होंने कहा कि ‘‘यह महज अधिसूचना का प्रभाव है.’ जेटली ने कहा, ‘‘हर राज्य का अपना कानून है या कानून नहीं है (पशुओं को काटने के बारे में). संविधान के अनुच्छेद 48 (नीति निदेशक तत्व) में कहा गया है कि पशुओं की कुछ श्रेणियों की रक्षा की जानी चाहिए.’ संविधान के अनुच्छेद 48 में गोवध पर प्रतिबंध राज्य के नीति निदेशक तत्व में बाध्यकारी अनुच्छेद नहीं हैं.

प्रतिबंध की मुखरता से खिलाफत कर रही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विवाद को नया मोड़ देते हुए दावा किया कि केंद्र अधिसूचना के दायरे से भैंस को बाहर करने की योजना बना रही है, ताकि ‘‘भाजपा के करीबी कुछ लोगों’ को फायदा पहुंचाया जा सके, जो मांस व्यवसाय से जुड़े हुए हैं.

पश्चिम बंगाल के तारकेश्वर में एक जनसभा में उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा के करीबी कुछ लोग भैंस मांस के व्यापार से जुड़े हुए हैं और इसलिए केंद्र भैंसों को काटने की अनुमति देने की योजना बना रहा है.’ गोरक्षा के नाम पर हो रही गतिविधियों की निंदा करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा को महज 29 फीसदी वोट मिले, लेकिन वे हर किसी को भयभीत करने का प्रयास कर रहे हैं. कौन क्या खायेगा, इसका निर्णय करनेवाले वे कौन होते हैं? कोई क्या पहनेगा, इसका निर्णय करनेवाले वे कौन हैं? यह निजी पसंद का मामला है.’

प्रतिबंध से खफा लोगों को शांत कराने के जेटली के प्रयास से अलग रुख अपनाते हुए आरएसएस के एक शीर्ष नेता ने ‘‘गोमांस दावत’ की निंदा की और इन्हें ‘‘मानवता के खिलाफ’ बताया और सुझाव दिया कि उन्हें ‘‘अपना रास्ता बदल लेना चाहिए.’ आरएसएस के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने जयपुर में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘जो लोग इसे (गोमांस पार्टी का आयोजन) कर रहे हैं, वे 121 करोड़ की आबादी में कुछ ही लोग हैं. वे देश के दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व नहीं करते. उनका कृत्य मानवता के खिलाफ है और उन्हें अपना रास्ता बदल लेना चाहिए.’ कुमार ने कहा, ‘‘गाय का दूध उसके मांस से ज्यादा पौष्टिक है. दूध दवा है, जबकि मांस बीमारियों को न्योता देता है. लोगों को इसे समझना चाहिए और गोमांस नहीं खाना चाहिए.’ मेघालय में भी गुरुवार को राजनीतिक उठा पटक रही, जहां भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के तीन वर्ष पूरा होने पर अपने गृह नगर में गोमांस पार्टी करने की घोषणा की थी.

गारो हिल्स भाजपा के जिलाध्यक्ष बर्नार्ड रिंपू मारक से समझा जाता है कि इस्तीफा देने के लिए कहा गया है. बहरहाल, पिछले वर्ष पार्टी में शामिल होनेवाले मारक ने दावा किया कि ‘‘गोमांस पर भाजपा के रुख’ के विरोध में उन्होंने इस्तीफा दिया है. मारक ने बताया, ‘‘गारो के लोगों के हित में गुरुवार को मैंने इस्तीफा दे दिया, जो गोमांस पर पार्टी के रुख के विरोध में मैंने किया है.’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं ईसाई हूं, इसलिए मैंने इस्तीफा दिया है. पार्टी ने जो कदम उठाये हैं और गारो हिल्स में खास कर जो कदम उठाये गये हैं, वे लोगों के हित के खिलाफ हैं.’ मारक ने फेसबुक पोस्ट में बुधवार को कहा था कि मोदी सरकार के तीन वर्ष पूरा होने पर गारो हिल्स में भाजपा ‘‘गोमांस पार्टी’ का आयोजन करेगी.

मारक के पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा प्रवक्ता नलिन कोहली ने कहा था कि पार्टी या तो उन्हें बरखास्त कर देगी या उनसे इस्तीफा देने के लिए कहेगी.

कांग्रेस ने भी गारो हिल्स में ‘‘गोमांस विरोध रैली’ का आयोजन किया, जिसका नेतृत्व खेल और युवा मामलों की मंत्री जेनिथ संगमा ने किया. कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि प्रतिबंध अल्पसंख्यकों और खासकर मुस्लिमों तथा ईसाइयों को निशाना बनाने का प्रयास है. उन्होंने कहा कि इससे गारो हिल्स में शांतिपूर्वक रहनेवाले बहुसंख्यकों और अल्पसंख्यकों के बीच सांप्रदायिक तनाव बढ़ेगा.

कांग्रेस भवन पर आयोजित रैली में तीन हजार से ज्यादा लोगों ने शिरकत की और मोदी विरोधी नारे लगाते हुए कहा कि केंद्र किसी भी कीमत पर गारो हिल्स में पशुओं के व्यापार पर प्रतिबंध नहीं लगा सकेगा. अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने हैदराबाद में कहा कि कुछ लोग दूसरों को गोमांस दावत आयोजित करने और गायों को काटने के लिए ‘उकसा’ रहे हैं.

उन्होंने कहा, ‘‘हमें लगता है कि कुछ लोग दूसरों को गोमांस पार्टी करने और गायों को काटने के लिए भड़का रहे हैं. निश्चित तौर पर यह आपराधिक कृत्य है और यह देश में शांति और सौहार्दता को खत्म करने का षड्यंत्र है.’ नकवी ने कहा, ‘‘कई राज्यों ने गोवध को प्रतिबंधित कर रखा है, लेकिन कुछ राज्यों ने इसे प्रतिबंधित नहीं किया है. यह भावनात्मक मुद्दा है और यह लोगों के धर्म से भी जुड़ा हुआ है.’

इस बीच भाकपा ने केंद्र की ‘अविवेकपूर्ण’ अधिसूचना को वापस लेने के लिए देश के विभिन्न हिस्से में हफ्ते भर तक चलनेवाला प्रदर्शन आयोजित करने का फैसला किया है. पार्टी सचिव एस सुधाकर रेड्डी ने नयी दिल्ली में बयान जारी कर कहा कि प्रदर्शन तीन जून से दस जून के बीच किया जायेगा.

You May Like

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

अन्य खबरें