नयी दिल्ली : पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के रिजल्ट 11 मार्च को आयेंगे. इसके पहले गुरुवार की शाम कई चैनलों व संस्थानों की ओर से एग्जिट पोल के सर्वे सामने आये. इससे रिजल्ट को लेकर उत्सुकता और भी बढ़ गयी है. दरअसल एग्जिट पोल्स की भविष्यवाणियां मिली-जुली हुई ही साबित हुई हैं. आइए नजर डालते हैं इन पर.
तमिलनाडु: तमिलनाडु में पिछले साल हुए विधानसभा चुनावों में एग्जिट पोल में एआईएडीएमके को हारते हुए बताया गया था. लेकिन नतीजे इससे उलट आये.जनता ने उन्हें पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का मौका दिया था. 234 सीटों वाली तमिलनाडु विधानसभा में ऐक्सिस-माइ इंडिया एग्जिट पोल में डीएमके-कांग्रेस गठबंधन को 120 से 140 सीटें, जबकि एआईएडीएमके को सिर्फ 90 से 110 सीटें ही दी जा रही थीं. न्यूज नेशन टीवी ने डीएमके गंठबंधन को 114-118 और एआईएडीएमके को 95-99 सीटें मिलने का अनुमान था, लेकिन जयललिता की पार्टी की झोली में 136 सीटें आयीं.
असम: ज्यादातर एग्जिट पोल्स ने भाजपा की बंपर जीत का अनुमान लगाया था, जो सही साबित हुआ. 126 सदस्यीय असम विधानसभा में एबीपी ने बीजेपी को 81 सीटें और चाणक्य ने 90 सीटें मिलने का अनुमान जताया था. भाजपा को 86 सीटों पर जीत मिली.
पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल के चुनावों में इंडिया टुडे ने तृणमूल कांग्रेस की बंपर जीत का अनुमान जताया था, जो सही साबित हुआ. 294 सीटों वाली विधानसभा में ममता बनर्जी की पार्टी को 211 सीटें मिलीं. बहुमत के लिए सिर्फ 148 के आंकड़े की जरूरत थी. चाणक्य ने अपने सर्वे में टीएमसी को 210, सी-वोटर ने 167 सीटें दी थीं.
केरल: ज्यादातर एग्जिट पोल्स में सत्ताधारी यूडीएफ के बेदखल होने का अनुमान जताया गया था, जो सही साबित हुए और लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट ने 91 सीटें जीतीं. हालांकि सी-वोटर ने एलडीएफ को 78 सीटें मिलने का ही अनुमान जताया था.