नयी दिल्ली : विपक्षी दलों की मांग पर चुनाव आयोग ने पत्र लिख कर सरकार से बजट पेश किये जाने की तारीख पर उसका मंतव्य मांगा है.चुनावआयोग ने इस संबंध में कैबिनेट सेक्रेटरी प्रदीप कुमार सिन्हा को पत्र लिखा है. मालूम हो कि उत्तरप्रदेश सहित पांच राज्यों में चुनाव के एलान के बाद कांग्रेस, सपा सहित 16 दलाें ने चुनाव आयोग से मांग की थी कि एक फरवरी को प्रस्तावित बजट पेश करने की तारीख बदली जाये और इसे आठ मार्च के बाद किसी दिन निर्धारित किया जाये. गुरुवार को इस संबंध में आयोग को ज्ञापन भी सौंपा गया था. आठ मार्च को उत्तरप्रदेश चुनाव का अंतिम फेज का चुनाव है.
मालूम हो कि चुनाव के एलान के पहले राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में कैबिनेट की संसदीय मामलों की समिति की बैठक में 31 जनवरी से संसद का बजट सत्र बुलाने व एक फरवरी को बजट पेश किये जाने का निर्णय लिया था. विपक्ष का कहना है कि बजट में कुछ लोकलुभावन घोषणाएं कर सरकार वोटरों को प्रभावित कर सकती है. इस संबंध में विपक्ष ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भी पत्र लिखा है. साथ ही सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर की गयी है.
हालांकि सरकार यह स्पष्ट कर चुकी है कि बजट एक आवश्यक विधायी कार्य है और इसे ससमय करना संवैधानिक उत्तरदायित्व है. संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के बाद वित्त राज्य मत्री संतोष गंगावार ने भी कहा है कि एक फरवरी को बजट पेश किया जायेगा और आयोग को इस संबंध में जानकारी थी और उसबात के संज्ञान में रहते हुए चुनाव की तारीखें तय की गयी हैं. वहीं, विपक्ष का कहना है कि 31 मार्च से पहले कभी भी बजट पेश किये जाने से किसी तरह की विधायी या संवैधानिक दिक्कत नहीं आयेगी.