नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार जून से पांच देशों की यात्रा पर जायेंगे. प्रधानमंत्री अपनी यात्रा अफगानिस्तान से शुरू करेंगे जिसके बाद वह कतर, स्विटजरलैंड, अमेरिका और मैक्सिको जायेंगे. अफगानिस्तान में पीएम मोदी भारतीय वित्त पोषित सलमा बांध का उद्घाटन करेंगे जिसका निर्माण 1400 करोड रुपये की लागत से हुआ है. अफगानिस्तान के बाद मोदी उर्जा सम्पन्न कतर जायेंगे और वहां से वह स्विटजरलैंड की यात्रा पर जायेंगे. कतर की दो दिवसीय यात्रा के दौरान मोदी कतर के अमिर शेख तामिम बिन हमाद अल थानी के साथ व्यापक द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे जिसमें आर्थिक संबंधों को गति देने के लिये विशेष तौर पर हाइड्रो कार्बन क्षेत्र शामिल है.
स्विटजरलैंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वहां के राष्ट्रपति जोहान स्निडर अम्मानन समेत स्विस नेतृत्व के साथ वार्ता करेंगे और ऐसी संभावना है कि वे स्विटजरलैंड में भारतीयों के कालाधन का पता लगाने के लिए उनसे सहयोग मांगेंगे जिसका वादा वे 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान कर चुके हैं. सूत्रों के अनुसार, दोनों देशों के अधिकारी एक समझौते को अंतिम रुप देने पर काम कर रहे हैं जो कर से जुडे मुद्दों पर सूचनाओं के स्वत: आदान प्रदान का मार्ग प्रशस्त करेगा.
स्विट्जरलैंड सरकार ने 18 मई को एक अध्यादेश पर विचार विमर्श शुरू किया है ताकि एक ऐसा तंत्र बनाया जा सके जो भारत एवं अन्य देशों के साथ कर सूचनाओं के स्वत: आदान प्रदान का मार्ग प्रशस्त कर सके. स्विट्जरलैंड के बाद प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा के निमंत्रण पर 7 जून को अमेरिका जायेंगे जहां वह रक्षा, सुरक्षा और उर्जा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में हुई प्रगति की समीक्षा करेंगे. अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान मोदी अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे. यहां से वापसी में वह मैक्सिको जायेंगे जहां भारत की नजरें कारोबार और निवेश संबंधों पर लगी हैं. पिछले वर्ष सितंबर में संयुक्त राष्ट्र यात्रा के दौरान न्यूयार्क में मोदी और मैक्सिको के राष्ट्रपति एनरिक पेना नीटो के साथ बातचीत हुई थी.