नयी दिल्ली : नोएडा के बिसाहड़ा गांव में 29 सितंबर की रात भीड़ के द्वारा मुहम्मद इखलाक की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के मामले में पुलिस ने जिन 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है जिसमें सात लोग एक ही परिवार के हैं. अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक ये सात लोग भाजपा कार्यकर्ता संजय राणा के परिवार से संबंध रखते हैं. इन आरोपियों में उनका बेटा विशाल राणा भी शामिल है जिसे पुलिस ने पिछले दिनों ही गिरफ्तार किया था. सभी आरोपियों की उम्र 18 से 24 साल के बीच बतायी जा रही है.
बताया जा रहा है कि इनमें से किसी के खिलाफ इससे पहले का कोई भी आपराधिक मामला नहीं है. अखबार में छपी खबर के अनुसार, इस मामले में जिस होमगार्ड के कॉन्स्टेबल विनय को हिरासत में लिया गया है वह भी संजय राणा का रिश्तेदार ही है. सात आरोपियों के अलावा जिन तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है वह संजय राणा के पड़ोसी हैं. 10 आरोपियों में से 2 आरोपी फिलहाल फरार हैं.
नोएडा के सर्किल अधिकारी ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि दसों आरोपियों में 6 ऐसे हैं जिनमें आपस में भाई का संबंध है. रविवार को विशाल और शिवम को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इन दोनों का नाम इखलाक की पत्नी द्वारा लिखवायी गयी एफआइआर में भी है.
आपको बता दें कि दादरी कांड को लेकर भाजपा की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. शनिवार को दादरी हिंसा के दोनों मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. इसमें से एक आरोपी विशाल राणा है जो भाजपा नेता संजय राणा का बेटा है. मीडिया में ऐसी खबरें आ रहा है कि विशाल के पिता संजय राणा दो दशक से भाजपा नेता हैं.
वहीं, मीडिया में एक फोटो जारी हुई है जिसमें संजय राणा के साथ भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा दिख रहे हैं. उल्लेखनीय है कि महेश शर्मा ने शुक्रवार को पीडित परिवार से मुलाकात की थी जिसके बाद उन्होंने कहा था कि यह घटना महज एक हादसा था. यह प्रायोजित नहीं था. इससे पहले भी महेश शर्मा मामले को लेकर बयान दे चुके हैं जिसपर विवाद हुआ.
गौरतलब है कि 28 सितंबर को गौमांस खाने की अफवाह के बादइखलाककी पीट पीटकर हत्या कर दी गई थी.इखलाकका छोटा बेटा दानिश भीड के हमले में गंभीर रुप से घायल हुआ. इस परिवार पर बीफ पकाने को लेकर हमला किया गया था. इस घटना के बाद नेताओं की ओर से कई विवादित बयान अबतक आ चुके हैं और मामले पर राजनीति काफी गर्म है.वहीं इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर आम आदमी पार्टी ने सवाल खड़े किए हैं.