नयी दिल्लीः भाजपा ने दिल्ली विधानसभा चुनावों की कमान केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को सौंप दी है. जेटली हर दिन एक घंटा पार्टी ऑफिस में बैठेंगे. आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल के आरोपों और हमलों का जवाब देने के लिए मोदी कैबिनेट के कई मंत्रियों को उतारा गया है.
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण, जेपी नड्डा और स्मृति ईरानी अपने-अपने मंत्रालय से संबंधित मामलों का जवाब देंगे. महत्वपूर्ण विधानसभाओं में पार्टी उम्मीदवार को जिताने की जिम्मेवारी मंत्रियों को सौंपी गयी है. दिल्ली के सभी सात सांसदों के साथ मध्यप्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक देंगे.
संवाददाता सम्मेलनों पर भी नजर रखेगा आयोग
चुनाव प्रचार के बीच चुनाव आयोग ने आम सभा और रैलियों के अलावा विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रेस कॉन्फ्रेंस की भी निगरानी करना शुरू कर दिया है. आयोग के प्रतिनिधि संवाददाता सम्मेलनों में हिस्सा लेंगे और इस बात पर नजर रखेंगे कि वहां क्या बोला जा रहा है.
इसमें कुछ ऐसा तो नहीं, जो चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करता हो. चुनाव आयोग ने लोगों को उम्मीदवारों की पृष्ठभूमि के बारे में जानने के लिए उनके हलफनामे पर नजर डालने को प्रोत्साहित करने के लिए अभियान शुरू किया है, ताकि मतदाताओं को अपनी सही पसंद बनाने में मदद मिले. आयोग ने दिल्ली के विभिन्न इलाकों में पोस्टर लगाये हैं, जिन पर लिखा है : ‘पहले करेंगे पता, फिर चुनेंगे नेता’. मतदाताओं को अपने मताधिकार के लिए प्रोत्साहित करने के लिए आयोग अलग से अभियान चलायेगा.