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मप्र में किसान ऋण माफी पर संग्राम, कांग्रेस ने लाभान्वित किसानों की सूची शिवराज के आवास पर पहुंचायी

भोपाल : मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार की किसान फसल ऋण माफी योजना सत्तारूढ़ दल एवं मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा के बीच चुनाव में आपसी आरोप-प्रत्यारोप का मुद्दा बनता जा रहा है. इस योजना को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान द्वारा लगाये गये आरोप के जवाब में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दावा किया है […]

भोपाल : मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार की किसान फसल ऋण माफी योजना सत्तारूढ़ दल एवं मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा के बीच चुनाव में आपसी आरोप-प्रत्यारोप का मुद्दा बनता जा रहा है. इस योजना को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान द्वारा लगाये गये आरोप के जवाब में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दावा किया है अब तक प्रदेश में 21.06 लाख किसानों के फसल ऋण माफ कर दिये गये हैं.

भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चौहान द्वारा कांग्रेस सरकार पर किसान ऋण माफी योजना में विफल रहने के आरोप का उत्तर देते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि अब तक प्रदेश में 21.06 लाख किसानों के फसल ऋण माफ कर दिये हैं. चुनाव आचार संहिता समाप्त होने के बाद शेष किसानों के फसल ऋण जल्दी ही माफ कर दिये जायेंगे. इस बीच, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के एक दल ने फसल ऋण माफी से लाभान्वित किसानों की सूचियों के कई बंडल पूर्व मुख्यमंत्री चौहान के निवास पर मंगलवार सुबह पहुंचा दिये. कमलनाथ ने यहां अपने निवास पर पत्रकार वार्ता में बताया, प्रदेश में सत्ता में आने के कुछ घंटों के बाद ही हमने अपने वादे के मुताबिक किसानों के फसल ऋण माफ करने की घोषणा कर दी थी. किसानों की फसल ऋण माफ करने की प्रक्रिया जारी है और अब तक प्रदेश के 21.06 लाख किसानों के फसल रिण माफ किये जा चुके हैं.

उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव 2019 होने की घोषणा के बाद लागू हुई चुनाव आचार संहिता के कारण किसान ऋण माफी की प्रक्रिया फिलहाल स्थगित की गयी है. चुनाव संपन्न होते ही प्रदेश के शेष बचे किसानों का भी कृषि ऋण माफ कर दिया जायेगा. उन्होंने बताया कि प्रदेश में किसानों से हरे, सफेद और गुलाबी रंग के कुल 51.15 आवदेन पत्र फसल ऋण माफी के लिए प्राप्त हुए हैं. मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर दस दिन के अंदर किसानों का दो लाख रुपये तक का कृषि ऋण माफ करने का वादा किया था. प्रदेश कांग्रेस ने इसे अपने घोषणा पत्र में भी शामिल किया. प्रदेश में 15 साल बाद कांग्रेस के सत्ता में वापस आने का यह एक अहम मुद्दा माना गया.

कमलनाथ ने कहा, किसान ऋण माफी पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान झूठा बयान दे रह हैं और खरगोन के एक किसान जिसका ऋण माफ नहीं होने का वह उदाहरण दे रहे हैं, दरअसल उस किसान का वह ऋण फसल ऋण न होकर ट्रेक्टर का ऋण है. उन्होंने स्पष्ट किया कि हमने किसानों का दो लाख रुपये तक का केवल फसल ऋण माफ करने का वादा किया था. किसानों का मकान, ट्रेक्टर आदि के लिए उठाये गये ऋण की माफ करने का कांग्रेस ने कोई वादा नहीं किया था. उन्होंने कहा कि हमने किसान ऋण माफी का जो वादा किया था. सरकार में आने के बाद तुरंत कुछ ही घंटों में उसकी घोषणा कर दी और काफी अध्ययन करने के बाद इसकी एक प्रक्रिया तय कर उसको लागू करने का काम शुरू किया. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा अब तक जिन 21.06 लाख किसानों के ऋण माफ किये गये हैं. जिलेवार इसकी सूची कृषि विभाग के पोर्टल पर अपलोड कर दी गयी है और कोई भी व्यक्ति इसकी पुष्टि कर सकता है.

कमलनाथ ने बताया कि प्रदेश में जहां चुनाव हो गये हैं, वहां-वहां किसान फसल ऋण माफी योजना की प्रक्रिया फिर से शुरू की जा रही है. इसके लिए प्रदेश सरकार को चुनाव आयोग की अनुमति 7 मई को हासिल हो गयी है. इस बीच, चौहान ने संवाददाताओं से बातचीत कि कांग्रेस द्वारा सौंपी गयी किसानों के नाम की सूची का जिक्र करते हुए कहा कि यह झूठ का पुलिंदा है. उन्होने कहा कि कांग्रेस ने गरीब किसानों को धोखा दिया है. किसानों का केवल 13,000 करोड़ रुपये का ऋण माफ किया है, जबकि कांग्रेस सरकार को किसानों को 48,000 करोड़ रुपये का ऋण माफ करना था.

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