अटारी (पंजाब) : भारत ने पाकिस्तान से मांग की है कि वह करतारपुर स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारे तक जाने के लिए प्रतिदिन 5,000 श्रद्धालुओं को वीजा मुक्त प्रवेश की सुविधा दे. यहां बृहस्पतिवार को हुई एक बैठक में भारत ने पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल के सामने यह मांग उठाई. पंजाब के गुरदासपुर जिले एवं सीमा पार स्थित करतारपुर साहिब के बीच नियोजित गलियारे को खोलने पर चर्चा करने के लिए यह बैठक हुई.
गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव एस सी एल दास ने संवाददाताओं से कहा, ‘हमारी तरफ से हमने शुरुआती चरण में कम से कम 5,000 श्रद्धालुओं को प्रतिदिन पवित्र गुरुद्वारा जाने की अनुमति देने की मांग की है.’ पुलवामा आतंकवादी हमले और फिर जवाबी हवाई हमले के बाद बढ़े तनाव के बाद से यह भारतीय एवं पाकिस्तानी शिष्टमंडल के बीच हुई पहली मुलाकात है.
दास ने बताया कि भारत ने भारतीयों एवं भारतीय मूल के लोगों दोनों के लिए गुरुद्वारे तक पहुंच की मांग की है. दास ने बताया कि भारत ने इस बात पर जोर दिया कि गलियारा में आवाजाही पूरी तरह वीजा मुक्त होनी चाहिए. उन्होंने बताया, ‘किसी दस्तावेज या प्रक्रिया के रूप में अन्य कोई बाधा नहीं होनी चाहिए.’
भारत यह भी चाहता है कि पाकिस्तान उन श्रद्धालुओं को भी गुरुद्वारे तक आने की अनुमति दे जो वहां पैदल जाना चाहते हैं. इससे पहले आये बयान में कहा गया था कि करतारपुर गलियारा खोलने के साधनों पर चर्चा करने के लिए भारत एवं पाकिस्तान के अधिकारियों के बीच बैठक ‘मैत्रीपूर्ण माहौल’ में हुई.