नयी दिल्ली : सोलहवीं लोकसभा में विपक्ष का नेता नहीं होगा. सूत्रों का कहना है कि अध्यक्ष सुमित्र महाजन ने सरकार से चर्चा करने के बाद इस बात पर मुहर लगा दी. नियम के अनुसार, विपक्ष को लोकसभा सीटों का 10 फीसदी यानी 55 सीटों पर विजय पानी होती है, लेकिन कोई भी पार्टी इस आंकड़े को नहीं छू पायी. कांग्रेस को 44 सीटें मिली हैं. जयललिता की अन्नाद्रमुक को 37 सीटों पर जीत मिली.
जवाहर लाल नेहरू और राजीव गांधी के वक्त भी विपक्ष का नेता नहीं था. 1984 में कांग्रेस ने 543 में 404 सीटें जीती थीं. माकपा ने 22 और भाजपा ने दो सीटें जीती थीं. 15वीं लोकसभा में सुषमा स्वराज नेता विपक्ष थीं. लोकसभा या राज्यसभा में विपक्ष के नेता को कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त होता है और उसे उनके समान वेतन एवं भत्ते मिलते हैं.
* 10 सदस्यीय सभापति पैनल : लोकसभा अध्यक्ष सुमित्र महाजन ने 10 सदस्यीय सभापति पैनल की घोषणा की है.