नयी दिल्ली : भीम ऐप के बाद सरकार अब आम लोगों की सुविधा के लिए आज नये एप की लांचिग की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उमंग एप जारी कर देश के नागरिकों को समर्पित कर दिया. आधिकारिक दस्तावेजों के मुताबिक उमंग एप पर केंद्र समेत राज्य सरकारों की 1,200 से अधिक सेवाएं उपलब्ध होंगी. एप पर आधार, डिजिलॉकर, भारत बिल पेमेंट सिस्टम समेत कई अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी. प्रधानमंत्री ने वैश्विक साइबर स्पेस सम्मेलन में ‘उमंग’ ऐप को लॉन्च किया है
Advertisement
बस एक एप, 1200 सुविधाएं …. घर बैठे बनवाएं पैन और पासपोर्ट, प्रधानमंत्री ने किया लांच
नयी दिल्ली : भीम ऐप के बाद सरकार अब आम लोगों की सुविधा के लिए आज नये एप की लांचिग की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उमंग एप जारी कर देश के नागरिकों को समर्पित कर दिया. आधिकारिक दस्तावेजों के मुताबिक उमंग एप पर केंद्र समेत राज्य सरकारों की 1,200 से अधिक सेवाएं उपलब्ध […]
इस एप के जरिये लोग कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) की सेवाओं का इस्तेमाल कर सकेंगे. इसके अलावा स्थायी खाता संख्या (पैन) का आवेदन तथा रोजगार तलाश रहे लोग प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में पंजीयन भी करा सकेंगे. यह एप 13 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है. यह जल्दी ही यूएसएसडी के जरिये फीचर फोनों पर भी इस्तेमाल किया जा सकेगा. तय कार्यक्रम के मुताबिक इसकी शुरुआत पिछले साल दिसबंर में ही की जानी थी.
33 विभागों और चार राज्यों की 162 सेवाएं होगी उपलब्ध
दस्तावेजों के अनुसार, 33 विभाग और चार राज्यों की 162 से अधिक सेवाएं फिलहाल इस एप पर उपलब्ध हैं. UMANG का मतलब है Unified Mobile Application for New-age Governance. इस ऐप को डाउनलोड करके इस पर अपना प्रोफाइल बनाने के बाद आप इस पर सीबीएसई के रिजल्ट, बिल पेमेंट, ईपीएफ बैलेंस की जानकारी से लेकर फसल बीमा भी करा सकते हैं. यहां तक कि सरकारी अस्पतालों में इससे अप्वाइंटमेंट भी लिया जा सकता है. दरअसल ये ऐप केंद्र सरकार और कई राज्य सरकारों की तमाम ऐप और वेबसाइट को एक जगह ले आता है. फिलहाल इस ऐप पर केन्द्र और राज्य सरकारों की 163 सर्विसेज उपलब्ध हैं और तमाम और सुविधाओं को इससे जोड़ा जा रहा है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा – टेक्नोलॉजी दुनिया को तेजी से बदल रही है
वैश्विक साइबर स्पेस कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि टेक्नोलॉजी दुनिया को तेजी से बदल रही है और पूरी दुनिया को एक परिवार मानने की भारत की सोच वसुधैव कुटुंबकम को सही सबित कर रही है. लेकिन साथ ही दुनिया भर की सरकारों पर अब ये जिम्मेदारी भी आ गई है कि वो डिजिटल दुनिया को आतंकवाद और कट्टरपंथी सोच का मैदान नहीं बनने दें. उन्होंने कहा कि आज इस बात की सख्त जरूरत है की दुनिया की तमाम सुरक्षा एजेंसिंयां आपस में तालमेल रखें और जानकारी का आदान प्रदान करें, क्योंकि इंटरनेट से जुड़ी दुनिया में खतरे भी पल-पल बदल रहे हैं.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement