नयी दिल्ली : लोकसभा में नियम 193 के तहत मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर सोमवार को चर्चा हुई. इस दौरान कांग्रेस के कटाक्ष का जवाब देते हुए भाजपा के मधुबनी से सांसद हुकुम देवने कहा कि इस देश केमुस्लिमों के पूर्वज हिंदू थे. 2:15 बजे लोकसभा की कार्यवाही जब भोजनावकाश के बाद शुरू हुई तो हुकुम देवने कहा कि इस देश का सौभाग्य था कि गरीब के बेटे को प्रधानमंत्री बनाया. लोहिया ने कहा था कि इस देश मुस्लिमों को समझना चाहिए कि उनके पूर्वज हिंदू ही थे.
भोजनावकाश के पहले हुकुम देव ने कहा कि भारत का प्रधानमंत्री जब कहता है तो ये राज्य सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वे कार्रवाई करें. उन्होंने कहा कि लोहिया कहा करते थे नीति पर शंका करो लेकिन नियत पर न करें. सरकार को बदनाम करने के लिए योजनाबद्ध कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं. देश में ऐसे भी नेता हैं जो कहते हैं कि सेना पर पत्थर फेंकने वाले लोग अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं.
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जुनैद की हत्या पर हुकुम देवने कहा कि वह केवल सीट के लिए झगड़ा था जिसे हिंदू-मुस्लिम मुद्दा बना दिया गया. मैं ऐसी जगह से जीत के आता हूं जहां सबसे ज्यादा मुस्लिम रहते हैं. मुझे कुछ मुस्लिमों का वोट मिलता है क्यों ? उन्होंने आगे सवाल किया कि वंदे मातरम गाना अपराध है क्या? हुकुम देव ने कहा कि मेरे अंदर वो खून है अंग्रेजों से लड़ा था. मर जाऊंगा लेकिन कांग्रेस के सामने नहीं झूकुंगा.
भाजपा सांसद हुकुम देव ने देश के कुछ हिस्सों में हिन्दुओं को उनके सांस्कृतिक, धार्मिक कर्तव्यों में बाधा पहुंचाने, केरल में संघ प्रचारकों की हत्या को ‘ ‘ भीड द्वारा पीट पीट कर हत्या ‘ ‘ की बड़ी घटना करार दिया और इस पर विपक्षी दलों की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि सामाजिक समरसता के मंत्र को आगे बढाते हुए मुसलमानों को हिन्दुओं एवं हिन्दुओं को मुसलमानों के विचारों का सम्मान करना चाहिए. लोकसभा में नियम 193 के तहत मल्लिकार्जुन खडगे और प्रो. सौगत राय की ओर से पेश ‘ ‘ देश में अत्याचारों और भीड द्वारा हिंसा में जान से मारने की कथित घटनाओं से उत्पन्न स्थिति पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए भाजपा सदस्य ने कहा, ‘ ‘ भीड़, भीड़ होता है…. चाहे किसी के नाम पर हो. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई बार भीड़ द्वारा की गयी ऐसी घटनाओं को गलत बता चुके हैं. वे कह चुके हैं कि इन पर कार्रवाई होनी चाहिए.
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उन्होंने सवाल किया कि क्या संविधान में लिखा है कि राज्य में किसी विषय पर पलटन (फौज) भेज दो. कश्मीर में जरुरत है, चीन में जरुरत है…तब वहां फौज भेजी गयी है.. हुकुम देवने कहा कि सरकार कदम उठा रही है. आप (विपक्ष) नीतियों की आलोचना कर सकते हैं लेकिन हमारी नीयत पर सवाल नहीं उठा सकते. रामायण काल के पौराणिक चरित्र और वेषबदल कर कार्य करने वाले राक्षस कालनेमी का जिक्र करते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि कुछ लोग कालनेमी का रुप धर कर काम कर रहे हैं. आज भी कालनेमी मौजूद है और कल भी ये रहेंगे. कालनेमी एक विचारधारा है, चरित्र है. वो छद्म भेषी लोग है जो वेष बदलकर कालनेमी का रुप लेकर सरकार को बदनाम कर रहे हैं.
उन्होंने सवाल किया कि क्या कश्मीर में पत्थर फेंकने वाले और सेना को राष्ट्र कार्य में बाधा डालने वाले भीड़ का हिस्सा नहीं हैं. क्या देश के कुछ हिस्सों में हिन्दुओं को उनके सांस्कृतिक, धार्मिक कर्तव्यों में बाधा पहुंचाने, केरल में संघ प्रचारकों की हत्या करने वाला समूह भीड़ नहीं है. लेकिन क्या किसी ने यह बात उठायी. केरल में प्रचारकों (संघ) की हत्या क्यों होती है? हुकुम देवने कहा कि हम भारतीय संस्कृति में विश्वास रखने वाले लोग हैं, आप हमारी हत्या कर रहे हैं…यह भी माब लिंचिंग (भीड द्वारा पीट पीट कर हत्या) का ही मामला है. क्या इन घटनाओं को हिन्दू या मुसलमान के खाते में नहीं डाला जा सकता है? उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता के मंत्र को आगे बढाते हुए मुसलमानों को हिन्दुओं एवं हिन्दुओं को मुसलमानों के विचारों का सम्मान करना चाहिए.