शिवसागर. राजस्व महाभियान के तहत रैयतों का जमाबंदी सुधार, नामांतरण, उतराधिकारी, बंटवारा, छूटी जमाबंदी के लिए हर पंचायत में दो-दो दिन शिविर लग रहा है. इस शिविर में एक ऑपरेटर, राजस्व कर्मचारी समेत चार कर्मियों को लगाया जा रहा है. ऐसे में एक पंचायत में दर्जनों मौजा और सैकड़ों रैयत है. ऐसे में भूमि सुधार में कर्मियों की कमी के कारण लोगों को परेशानी हो रही है. सोमवार को प्रखंड के नाद, पताढ़ी, करुप, आलमपुर समेत चार पंचायतों में राजस्व महाभियान के तहत 44 मौजा के लिए शिविर लगा. इसमें एकाएक जमाबंदी सुधार और नामांतरण के लिए सैकड़ों रैयतों की भीड़ जमा हो गयी. इसको लेकर शिविर में पूरे दिन गहमागहमी का माहौल रहा. इसको देखते हुए शिविर में पहुंचे करुप मौजा के रैयत बनारसी सिंह, यमुना उर्फ तारकेश्वर गुप्ता, रामनारायण राम, शिवनारायण सिंह ने कहा कि करुप हलका के 10 मौजा के 9251 लोगों के नाम जमाबंदी है. ऐसे में ज्यादा जमाबंदी होने के कारण नामांतरण और जमाबंदी सुधार की भी संख्या अधिक है. हर हलका में सुधार के लिए महज दो ही शिविर आयोजित करनी है. इस स्थिति में शिविर के दौरान सबका जमाबंदी सुधारना संभव नहीं है. रैयतों ने कहा कि हलका में पांच से छह शिविर लगने के बाद ही रैयत समेत कर्मियों को भी सहूलियत मिलेगी और कार्य में आसानी से हो सकेगा. इस शिविर में पुलिस बल के नहीं रहने पर भी लोगों ने चिंता व्यक्त की. लोगों के अनुसार पुलिस शिविर से महज फोटो खिंचवा पूरे दिन गायब हो जा रही है. ऐसे में वाद-विवाद हुआ तो देखने व संभालने वाला कोई नहीं है. ……शिविर में एक राजस्व कर्मचारी के पास पहुंच रहे हैं कई मौजा के जमाबंदी
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