45 मिनट तक खड़ी रही ट्रेन, शव एसी बोगी में ही पड़ा रहा रेल अमला भी पहुंचा, कोच में जांच कर शव कटिहार जाने दिया वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर दिल्ली से कटिहार जा रही चंपारण हमसफर एक्सप्रेस (15706) के एसी-थ्री कोच (बी-9) में यात्री की मौत के बाद शव को उतारा नहीं गया. ट्रेन एक से दूसरे स्टेशन पर ठहरती रही, पर शव नहीं उतारा गया. रेलवे की संवेदनहीनता मुजफ्फरपुर जंक्शन पर भी दिखी. यहां भी शव बिना उतारे ट्रेन को जाने दिया गया. पश्चिम बंगाल के मालदा निवासी नरीपेन मंडल (पिता देबेन मंडल) दिल्ली से कटिहार की यात्रा कर रहे थे. परिजनों ने बताया कि ट्रेन में चढ़ने के दौरान ही उनकी तबीयत बिगड़ गयी थी. बार-बार प्रयास के बावजूद रास्ते में टीटीइ नहीं मिले, जिसके बाद दूसरे यात्रियों की मदद से रेल मदद पर सहायता मांगी गयी. पर कोई डॉक्टर नहीं आया. ट्रेन जब दोपहर करीब 2 बजे मुजफ्फरपुर पहुंची, तो रेल मदद पर मिली शिकायत के आधार पर रेल चिकित्सक, जीआरपी, आरपीएफ व स्टैटिक टीटीइ की टीम पहुंची. डॉक्टर ने नरीपेन मंडल को बर्थ 45 पर मृत पाया. यहां भी ट्रेन 45 मिनट तक जंक्शन पर खड़ी रही पर शव को कोच से नहीं उतारा गया.यात्री के शव को उसी एसी बोगी में छोड़ दिया गया. ट्रेन कटिहार रवाना हो गयी.
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