बिहारशरीफ. नालंदा उद्यान महाविद्यालय नूरसराय में बुधवार को अनुसूचित जाति लाभार्थियों के लिए तीसी की वैज्ञानिक खेती विषय पर दो दिवसीय प्रशिक्षण व प्रक्षेत्र भ्रमण के कार्यक्रम का उदघाटन ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किया. इस अवसर पर बीएयू सबौर के निदेशक अनुसंधान डॉ. अनील कुमार सिंह ने विश्विद्यालय के उत्पाद को मंत्री श्रवण कुमार को भेंट कर सम्मानित किया. मंत्री श्रवण कुमार ने इस अवसर पर कहा कि कभी खेती घाटे का सौदा हुआ करता था. किसान खेती से विमुख हो रहे थे. ऐसे में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2005 में पहला कृषि रोड मैप लाया, जिससे लोगों को खेती पर भरोसा बढ़ने लगा.जब से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं तब से किसानों को लाभान्वित करने की लगातार योजनाएं बना रहे हैं. राज्य सरकार कृषि सहित अन्य विभागों में लगातार विकास कार्य कर रही है. अब 125 यूनिट फ्री बिजली का लाभ सूबे के 90 प्रतिशत लोग उठा रहे हैँ. बिहार में एक करोड़ 87 लाख ऐसे परिवार हैं, जिसे बिजली का बिल नही देना पड़ रहा है. नीतीश कुमार की सरकार में पहली कक्षा से आर्वी कक्षा में 90 लाख लडकियां सरकारी विद्यालय में पढ़ाई कर रही है.बीएयू सबौर के निदेशक अनुसंधान डॉ. अनील कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में तेलहन की खपत के मुकाबले बहुत कम उत्पादन होता है. जरूरत के हिसाब से बिहार में तिलहन की खेती बहुत कम होती है. इसलिए दूसरे प्रदेश व विदेशों से आयात करना पड़ता है. बिहार सरकार तेलहन की खेती पर विशेष जोर दे रही है. नालन्दा, पटना सहित कुल 11 जिले जोन थ्री बी में महज एक हजार हेक्टेयर में तीसी की खेती होती है. बिहार में तीसी की खेती आठ हजार हेक्टेयर से बढ़ाकर 12 हजार हेक्टेयर करना लक्ष्य है. चौथे कृषि रोड मैप में तीसी की खेती बढ़ाना मुख्यमंत्री की सोच हैं. प्रोजेक्ट इंचार्ज रामबालक प्रसाद निराला ने कहा कि तेलहनी फसल नौ फसलों का समूह है. तीसी में ओमेगा थ्री फैटी एसिड 50 से 70 प्रतिशत पाया जाता है,जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है.तीसी के डंठल से लीलन का कपड़ा का निर्माण होता है. तीसी बीज उत्पादन मेें राष्ट्रीय स्तर पर बीएयू सबौर को बेस्ट अवार्ड दिया गया. कार्यक्रम में जदयू के वरिष्ट नेता राजेन्द्र प्रसाद, प्राचार्य डॉ. रणधीर कुमार, बीडीओ डॉ. जियाउल हक, सीओ दीपक कुमार, थानाध्यक्ष अरविंद कुमार, जदयू प्रखण्ड अध्यक्ष नरेन्द्र कुमार निराला उर्फ सोनी लाल, जदयू प्रवक्ता डॉ. धनंजय कुमार देव, निर्मल कुमार, मुखिया अन्नू सिंह,डॉ. रामानुज विश्वकर्मा,डॉ पीआरओ, डॉ . बिनोद कुमार,डॉ. सरदार सुनील सिंह, डॉ. एपी सिंह, डॉ.धर्मशीला ठाकुर, डॉ. प्रेरणा राय सहित अन्य प्राध्यापक व जदयू कार्यकर्त्ता मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

