Motihari: रक्सौल. एसएसबी 47 वीं वाहिनी के मुख्यालय विस्तार को लेकर जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया के बीच बुधवार को चिकनी गांव के ग्रामीणों ने बैठक की. बैठक के दौरान लोगों ने अपनी आपत्ति इस बात को लेकर दर्ज कराई की, चिकनी गांव की जिस जमीन का अधिग्रहण होने की प्रक्रिया की जा रही है. बुधवार को बैठक के दौरान किसानों का कहना था कि परियोजना के नाम पर पहले ही उनकी सारी जमीन का अधिग्रहण हो चुका है. अब जो जमीन बची है, उसको भी सरकार ले रही है. लेकिन, इस जमीन का मूल्यांकन स्थान के हिसाब से व्यवसायिक होना चाहिए. बैठक में शामिल किसान मनोज सिंह, मुन्ना सिंह, ओमप्रकाश कुमार, बृजेन्द्र दास, निरंजन सिन्हा ने कहा कि पहले भी जो जमीन अधिग्रहण हुआ था, उसमें किसानों को काफी कम मुआवजा मिला था. अब जो थोड़ी सी बची हुई जमीन है, उसका अधिग्रहण कर उचित मुआवजा नहीं मिलेगा तो हम किसानों के सामने परिवार को चलाने की समस्या हो हो जायेगी.मौके पर अजयपाल सिंह, दिलीप सिंह, मनोज सिंह, सतीश गिरी, हरेन्द्र साह, रविन्द्र कुमार, छोटेलाल साह, विकास साह, प्रमोद मुखिया, दीना दास, शिव दास, मनोज पाण्डेय, दीपलाल साह, हरिकिशोर सिंह, बृज सिंह सहित अन्य मौजूद थे. बैठक के दौरान किसानों ने अपनी लड़ाई को लेकर आगे की रणनीति तैयार की.
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