धनबाद.
पुलिस जन शिकायत समाधान कार्यक्रम के तहत बुधवार को जिला के छह स्थानों पर शिविर लगाये गये. इसमें कई तरह के मामले आये. सबसे ज्यादा जमीन संबंधी मामले आये. वहीं कहीं सड़क व गली मुहल्ले में शराबियों से होने वाली परेशानियां बतायी गयी तो कहीं आरोपियों की गिरफ्तारी व ठगी के मामले आये. इनमें से कई आवेदनों का तत्काल निष्पादन किया गया, तो कुछ मामलों का निष्पादन जल्द करने का आश्वासन दिया गया.कुल 161 मामले आये
धनबाद पुलिस द्वारा जिले के छह स्थानों पर आयोजित शिविर में वरीय पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती की गयी थी. शिविर में सभी थाना के अलग-अलग टेबल बनाये गये थे, जहां लोग आवेदन दे सकते थे. इस दौरान कुल 161 मामले सामने आये. इनमें पुलिस से संबंधित 76 और दूसरे विभाग से संबंधित 85 मामलों के आवेदन मिले. सबसे कम 11 मामले निरसा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के क्षेत्र चिरकुंडा नगर भवन में आये. इनमें पुलिस से संबंधित तीन व अन्य विभागाें के आठ मामले थे. इनमें एक मामले का त्वरित निष्पादन किया गया. वहीं सिंदरी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के अंतर्गत टाटा कम्यूनिटी हॉल में 14 मामले आये. इनमें पुलिस से संबंधित छह व अन्य विभागों के आठ मामले थे. पुलिस उपाधीक्षक वन के अंतर्गत गोविंदपुर हरदेव धर्मशाला में 26 आवेदन आये. इनमें 14 पुलिस व 12 अन्य विभागों से संबंधित थे. इसमें एक मामले का त्वरित निष्पादन किया गया. पुलिस उपाधीक्षक टू के अंतर्गत टुंडी के मैरानवाटांड़ में कुल 34 मामले आये, जिनमें पुलिस से संबंधित पांच व अन्य विभागाें से संबंधित 29 मामले थे. बाघमारा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के अंतर्गत राजगंज बीजीएम मैरेज हॉल में 35 मामले आये. इसमें पुलिस से संबंधित 15 व अन्य विभाग से संबंधित 20 मामले थे. इनमें से छह मामलों का त्वरित निष्पादन हुआ. सबसे ज्यादा 36 मामले डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर के अंतर्गत कला भवन धनबाद स्थित शिविर में आये. इसमें धनबाद थाना में आठ आवेदन, सरायढेला में छह, बैंक मोड़ में पांच, भूली ओपी में छह, केंदुआडीह – गोंदुडीह में पांच, धनसार में चार, लोयाबाद व भागाबांध में एक एक शिकायत आया जबकि साइबर थाना, मुनीडीह, महिला थाना, पुटकी थाना व जोगता थाना में एक भी शिकायत नहीं आयी. इनमें पुलिस से संबंधित 32 व अन्य चार मामले आये. इनमें से एक का त्वरित निष्पादन हुआ.
वरीय अधिकारी कर रहे थे मॉनेटरिंग
इधर धनबाद एसएसपी एचपी जनार्दनन के अलावा सिटी एसपी अजीत कुमार व ग्रामीण एसपी कपिल चौधरी सभी शिविर में गये और जायजा लिया. इस दौरान सबसे पहले कला भवन पहुंचे. यहां केंदुआ निवासी बुजुर्ग राजेंद्र प्रसाद केसरी ने आवेदन देकर बताया कि उनकी पत्नी किडनी रोग से ग्रसित है. गांव की जमीन बेच कर 25 लाख रुपये बैंक में जमा किये थे. लेकिन वहीं के एक व्यक्ति ने ज्यादा ब्याज देने के नाम पर उसे 25 लाख रुपये ले लिये और सरकारी बैंक का फर्जी एफडी कागज थमा दिया. कुछ दिनों तक उसने ब्याज दिया, उसके बाद देना बंद कर दिया. वहीं सरायढेला में एक व्यक्ति ने शराबियों के उत्पात से निजात दिलाने का आवेदन दिया. बताया कि मुख्य सड़क से गली मुहल्लाें तक में शराबी परेशान करते हैं. लोगों को आना-जाना मुहाल कर देते हैं.
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