भागलपुर : भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा है कि सीएम नीतीश कुमार ने राज्य का सियासी गेम पलट कर रख दिया है. सरकार ने हर परिवार की एक महिला को रोजगार के लिए दस हजार रुपया देने की घोषणा की है. फिर छह महीने बाद काम का आकलन कर के दो लाख रुपये का अनुदान दिया जायेगा. शाहनवाज ने रविवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता विजय सिंह प्रमुख के श्राद्ध कर्म में सम्मलित होने के बाद भागलपुर परिसदन में प्रेस वार्ता की. उन्होंने कहा कि इससे बिहार में रोजगार को बढ़ावा मिलेगा. सितंबर में ही महिलाओं के खाते में राशि में आ जायेगी. यह घोषणा गेमचेंजर साबित हो रही है. उन्होंने कहा कि बिहार के 22 जिलों में घूम चुका हूं. फिर से नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बननी तय है.
सैंडिंस कंपाउंड में प्रवेश पर शुल्क की चर्चा पर उन्होंने कहा कि प्रशासन व सरकार से बात करेंगे. सैंडिस में शुल्क नहीं लगना चाहिए. प्रेस वार्ता से पहले जिला भाजपा के दो पदाधिकारी आलोक सिंह बंटू व अश्विनी जोशी मोंटी को जन्मदिन पर उन्हें चादर ओढ़ा कर व मिठाई खिलाकर बधाई दी. प्रेस वार्ता में जिलाध्यक्ष संतोष कुमार सहित पार्टी के पदाधिकारी व सदस्य मौजूद थे.
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की यात्रा में पीएम मोदी की मां का अपमान हुआ है. इससे लोगों में कांग्रेस के खिलाफ गुस्सा है. शाहनवाज हुसैन ने कहा कि राजनीति में ओछी व नीची हरकत पर कांग्रेस उतर आयी है. पहले भी पीएम के खिलाफ 2019 में भी चौकीदार चाेर का नारा लगाया था, जिसका जनता ने कांग्रेस को करारा जवाब दिया था. कांग्रेस जिस तरह की हरकत कर रही है, उसका जवाब बिहार की जनता चुनाव में देगी. इस बार कांग्रेस जीरो पर आउट हो जायेगी. कई सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशी की जमानत जब्त हो जायेगी. वैसे भी राजद के लोग कांग्रेस से गुस्से में हैं. क्याेंकि राहुल गांधी तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री का उम्मीदवार भी मानने को तैयार नहीं है.राहुल गांधी को तो तेजस्वी यादव ने पीएम का उम्मीदवार मान लिया, लेकिन राहुल तेजस्वी के उम्मीदवार बनाने के सवाल पर कन्नी काट गये. उन्होंने कहा कि महागठबंधन में महाफुट है. पीएम की जापान यात्रा को सफल करार देते हुए कहा कि चीन व भारत के रिश्तों को और मजबूती देने की कोशिश की जा रही है. रसिया से भी हमारा रिश्ता है. किसी भी देश से हमारा रिश्ता खराब नहीं है. उन्होंने कहा कि टैरिफ समस्या का हल बातचीत के जरिये हो जायेगा.
– तेजस्वी यादव पढ़े-लिखे नहीं है, इसलिए भाषा की मर्यादा तोड़ते हैं
तेजस्वी यादव द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर दिये गये एक बयान पर शाहनवाज ने कहा कि तेजस्वी यादव पढ़े-लिखे नहीं है, इसलिए भाषा की मर्यादा तोड़ते हैं. उन्होंने यह मालूम होना चाहिए कि बड़ों के लिए इस तरह नहीं बोलना चाहिए. स्वदेशी चीजों को अपनाना सबसे बड़ा धर्म है.
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