बोकारो, विस्थापित परिवार के युवाओं को रोजगार व आजीविका से जोड़े जाने के लिए जिला प्रशासन व बीएसएल प्रबंधन मिलकर संयुक्त रूप से एक वृहत अभियान चलायें. इसके लिए सभी पक्ष खुले मन से मिलकर प्रयास करें. यह बातें उपायुक्त अजय नाथ झा ने कही. वह जिला के विकास व स्थानीय लोग और विस्थापितों के उत्थान के लिए शनिवार को समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में बैठक कर रहे थे.
बैठक में 20 विस्थापित गांवों (वैद्यमारा, कुण्डौरी, महेशपुर, शिबूटांड़, पंचौरा, कनफट्टा, महुआर, बदरोटांड़, पिपराटांड़, धनडबरा, उकरीद, बनसिमली, जरीडीह, कनारी, मानगो, रानीपोखर, करहरिया, नरकरा, धरमपुरा एवं भतुआ) को पंचायत से जोड़, वहां रहने वाले लोगों को बुनियादी सुविधाओं से युक्त कराना, रोजगार उपलब्ध कराने पर चर्चा हुई.लोगों को मिले सरकारी योजनाओं का लाभ
उपायुक्त ने कहा कि जिला मुख्यालय से सटे 20 गांवों को पंचायत से जोड़ने की प्रक्रिया तेज की जाए, ताकि इन गांवों में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करायी जा सकें और लोगों को सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ मिल सके. उन्होंने इस मामले में विस्तार से बीएसएल प्रबंधन, परियोजना भूमि एवं पुनर्वास निदेशक (डीपीएलआर), जिला पंचायती राज पदाधिकारी, जिला योजना पदाधिकारी आदि से जानकारी ली. वर्तमान समस्या और उसके निदान पर विचार विमर्श किया. उन्होंने कहा कि चर्चा से सभी समस्याओं का समाधान किया जा सकता है.रोजगारपरक योजनाएं तैयार करने का निर्देश
उपायुक्त ने कहा कि स्थानीय लोग व विस्थापितों को हर क्षेत्र में रोजगार मिलना चाहिए. उन्होंने इस दिशा में सभी संबंधित विभागों एवं बीएसएल प्रबंधन से तालमेल कर रोजगारपरक योजनाएं तैयार करने का निर्देश दिया. प्रयास होना चाहिए कि स्थानीय युवाओं को अपने ही जिले में सम्मानजनक रोजगार उपलब्ध हो. इसके लिए बीएसएल प्रबंधन, जिला प्रशासन और अन्य सार्वजनिक उपक्रमों के संयुक्त प्रयासों से आजिविका के दिशा में वृहद एकीकृत योजना तैयार करने को कहा.आम लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए करें पहल
उपायुक्त ने बीएसएल प्रबंधन से कहा कि आम लोगों के साथ खुले मन से संवाद स्थापित करें, उनकी समस्याओं को सुनें और समाधान निकालने की दिशा में सकारात्मक पहल करें. उन्होंने कहा कि एक कदम बीएसएल बढ़े, एक कदम प्रशासन-हर समस्या का समाधान मिलकर निकलेगा.
15 मई को हुई बैठक का अनुपालन करें बीएसएल प्रबंधन
उपायुक्त ने 15 मई को जिला प्रशासन – बीएसएल एवं विस्थापित अप्रेंटिस संघ के साथ हुई बैठक में जो निर्णय लिया गया था, उसका अनुपालन शत प्रतिशत सुनिश्चित करने को कहा. उन्होंने प्रत्येक माह 50 अप्रेंटिस व्यक्तियों की नियुक्ति तय अनुपात के तहत करने की बात कही. डीसी ने अगले माह के प्रथम सप्ताह में होने वाली बैठक में इन सभी मुद्दों पर विस्तृत चर्चा व समीक्षा करने और बैठक में पूरी तैयारी, संबंधित दस्तावेज के साथ उपस्थित होने की बात कही.खुशहाल बोकारो के लिए एकजुट प्रयास जरूरी
बैठक में खुशहाल बोकारो की परिकल्पना को साकार करने पर भी चर्चा हुई. उपायुक्त ने कहा कि सभी विभाग और कंपनियां आपसी समन्वय और सहयोग से विकास के कार्य करें. जब रोजगार बढ़ेगा, सुविधाएं मिलेंगी और योजनाएं जमीन पर उतरेंगी तो बोकारो एक मॉडल जिला के रूप में उभरेगा.बोकारो को एजुकेशनल हब हैं बनाना
उपायुक्त ने कहा कि बोकारो को केवल औद्योगिक नगर ही नहीं, बल्कि शैक्षणिक हब के रूप में भी विकसित किया जाएगा. शिक्षा, तकनीकी शिक्षा और संस्कार पर विशेष जोर दिया जाएगा. ताकि यहां के युवा न केवल रोजगार के लिए तैयार हों, बल्कि समाज के जिम्मेदार नागरिक भी बनें.समन्वय और पारदर्शिता से बनेगा विकास मॉडल
उपायुक्त ने कहा कि विकास तभी संभव है जब सभी हितधारक आपस में समन्वय बनाकर पारदर्शी तरीके से कार्य करें. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि प्रत्येक स्तर पर संवाद मजबूत हो और योजनाओं को गति एवं गुणवत्ता के साथ धरातल पर उतारा जाए. बैठक में डीपीएलआर मेनका, जिला परिवहन पदाधिकारी वंदना शेजवलकर, जिला पंचायती राज पदाधिकारी शफीक आलम, जिला योजना पदाधिकारी राज शर्मा, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह, बीएसएल प्रबंधन की ओर से अविनाश कुमार, एके सिंह समेत अन्य अधिकारी आदि उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है