बोकारो, एमजीएम हायर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर चार एफ में सोमवार को संस्कृत दिवस पर विशेष सत्र का आयोजन किया गया. प्राचार्य फादर डाॅ जोशी वर्गीस ने कहा कि संस्कृत विश्व में प्राचीनतम भाषाओं में से एक है. इसका साहित्य, वैज्ञानिक ज्ञान व दर्शन का भंडार है. यह कई भारतीय भाषाओं की जननी है. इसका प्रभाव हिंदी व अन्य भाषाओं पर देखा जा सकता है. हिंदू, जैन, बौद्ध आदि धर्मों के प्राचीन ग्रंथ संस्कृत में लिखे गये हैं. कहा कि संस्कृत का अध्ययन लोगों को ज्ञान-विज्ञान व देश की सांस्कृतिक विरासत को समझने में सहायक है. यह देश के लोगों को एकता के सूत्र में पिरोती है. यह भाषा हमारे देश की पहचान है. विद्यार्थियों को संस्कृत भाषा में लिखना व बोलना चाहिए.
बच्चों की प्रतिभा को निखारने का प्रयास
प्राचार्य ने कहा कि विविध गतिविधियों के माध्यम से बच्चों की प्रतिभा को निखारने का प्रयास किया जा रहा है. साथ ही उन्हें संस्कृत के अलावा अन्य विषयों का ज्ञान दियाा जा रहा है. शिक्षकों की देखरेख में विद्यार्थी सफलता की राह पर आगे बढ़ रहे हैं. विद्यार्थियों ने नृत्य नाटिका के माध्यम से संस्कृत भाषा की महत्ता को प्रदर्शित किया. बच्चों ने संस्कृत में देश-दुनिया की खबरें, संस्कृत का महत्व व अपने विचार व्यक्त किये. संचालन यूएस आदित्य, तनयईरम, आदित्य पराशर व कृति ने किया. मौके पर उप प्रधानाध्यापक राखी बनर्जी, हेड मिस्ट्रेस सपना जोशी, शैक्षणिक निदेशक जार्ज जोसफ, संस्कृत विषय के शिक्षक, शिक्षिकाएं व विद्यार्थी उपस्थित थे.
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