कोडरमा बाजार. सदर अस्पताल बचाओ संघर्ष समिति की ओर से शनिवार को आहूत अनिश्चितकालीन धरना रविवार को उपायुक्त ऋतुराज की पहल पर समाप्त हो गया. धरना पर बैठे कांग्रेस नेता ईश्वर आनंद व प्रकाश रजक ने उन्हें 11 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा. डीसी ने सहानुभूति पूर्वक कार्रवाई का आश्वासन दिया. वार्ता में निर्णय लिया गया कि उपायुक्त को संज्ञान में देने के बाद ही किसी मरीज को रेफर किया जायेगा. रेफर करने से पहले सदर अस्पताल में जारी नंबर से मरीज उपायुक्त से बात कर सकता है. रेफर करने के पहले यह बताना होगा कि किस परिस्थिति में मरीज को रेफर किया जा रहा है. उपायुक्त ने आश्वासन दिया कि अल्ट्रासाउंड की मशीन शीघ्र चालू की जायेगी. वित्तीय अनियमितता के सवाल पर उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जायेगी. इस दौरान समिति के अध्यक्ष ईश्वर आनंद व सचिव प्रकाश रजक ने कहा कि अस्पताल परिसर में ब्लड टेस्ट की सुविधा उपलब्ध होने के बावजूद मरीजों को जान बूझकर निजी क्लिनिक में बाहर भेजा जाता है, ताकि अधिक राशि की वसूली की जा सके. इन सवालों को लेकर समिति आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है. उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल कोडरमा को बचाना और व्यवस्था में सुधार लाना हमारी प्राथमिकता है. बॉक्स आंदोलन के नाम पर नौटंकी: रविशंकर झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता रविशंकर यादव ने कांग्रेस नेताओं की ओर से सदर अस्पताल बचाओ संघर्ष समिति के बैनरतले धरना को नौटंकी करार दिया है. श्री यादव ने कहा है कि जिस पार्टी के गठन के राज्य में सरकार है, मंत्री हैं, उसी पार्टी के नेता अनिश्चितकालीन धरना पर बैठकर जनता को गुमराह कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह कैसी सरकार है जिसके नेताओं को व्यवस्था सुधार के लिए धरना देना पड़ रहा है.
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