रूस-यूक्रेन वॉर अपडेट : रूस-यूक्रेन युद्ध का आज 12वां दिन है. अब तक करीब 15 लाख लोग यूक्रेन छोड़कर जा चुके हैं. रूसी रक्षा मंत्रालय ने रॉयटर्स को बताया कि कीव सरकार के लगभग सभी प्रभावी विमान नष्ट करने का काम किया जा चुका है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पोलैंड ने अपने विमान चालकों यूक्रेन भेजने और अपने हवाई क्षेत्रों के इस्तेमाल की इजाजत देने से इनकार किया है. यहां चर्चा कर दें कि कुछ दिन पहले अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने 'ग्रीन सिग्नल' देते हुए कहा था कि नाटो के सदस्य यूक्रेन में लड़ाकू विमान भेजने का काम कर सकते हैं.
रूसी रक्षा मंत्रालय क्रेमलिन के हवाले से स्पुतनिक ने जो जानकारी दी है उसके अनुसार रूसी सेना ने लगभग सभी यूक्रेनी लड़ाकू विमान नष्ट कर दिए हैं. रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेनकोव (Igor Konashenkov) ने रॉयटर्स को बताया कि कीव सरकार के लगभग सभी प्रभावी विमान नष्ट करने का काम किया जा चुका है.
रूस-यूक्रेन युद्ध रोकने में पूरी दुनिया अब तक नाकाम रही है. रूस के खिलाफ पश्चिमी देश लामबंद हो रहे हैं, तो भारत, चीन जैसे देशों ने तटस्थ रुख अपनाया है. अब पोप फ्रांसिस ने अपील की है कि आम लोगों को युद्धग्रस्त क्षेत्र से निकलने के लिए सुरक्षित गलियारा बनाया जाये, ताकि लोगों की जान बच सके.
दुनिया के नेताओं को यूक्रेन के लिए ‘अंतरराष्ट्रीय मानवीय गठबंधन’ बनाना चाहिए
यूक्रेन को ‘आत्मरक्षा के उसके प्रयासों’ का दुनिया समर्थन करे
रूस पर आर्थिक दबाव को और बढ़ाना चाहिए
अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यूक्रेन के खिलाफ रूस की कार्रवाई के ‘धीरे-धीरे सामान्यीकरण’ का विरोध करना चाहिए
युद्ध का कूटनीतिक समाधान निकाला जाना चाहिए, लेकिन यूक्रेन की वैध सरकार की पूर्ण भागीदारी के साथ
नाटो देशों के बीच ‘सुरक्षा और लचीलेपन को मजबूत बनाने के लिए त्वरित अभियान’ चलाया जाना चाहिए
यूक्रेन संकट पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने छह सूत्री योजना पेश की. संघर्ष समाप्त करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रयासों में तेजी लाने की उन्होंने वकालत की. अगले सप्ताह लंदन में 10 डाउनिंग स्ट्रीट पर दुनिया भर के नेताओं की मेजबानी करने से पहले उन्होंने कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन को ‘सेना के बल पर’ पर अंतरराष्ट्रीय नियमों को फिर से लिखने में किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने देना चाहिए.
रूस-यूक्रेन संकट पर फ्रांस के राष्ट्रपति एमानुएल मैक्रों और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच फिर बातचीत हुई है. हालांकि, अभी यह जानकारी नहीं मिल पायी है कि दोनों नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई. लेकिन, माना जा रहा है कि युद्धविराम की संभावनाओं पर ही दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने चर्चा की.
गूगल के बाद अब मास्टर कार्ड और वीजा ने भी रूस में अपनी सेवा बंद कर दी है. रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से यूरोपियन यूनियन ने रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाये हैं. इसी की कड़ी में मास्टर कार्ड और वीजा ने युद्ध के 11वें दिन अपनी सेवाओं को सस्पेंड कर दिया है.
इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट अपनी आकस्मिक रूस यात्रा से लौट आए हैं. बेनेट ने रूस यात्रा के दौरान राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की और यूक्रेन युद्ध पर चर्चा की. प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, नफ्ताली बेनेट शनिवार को मॉस्को पहुंचे थे जहां उन्होंने करीब तीन घंटे तक रूसी नेता से बातचीत की थी.
यूक्रेन की संसद ने जो दावा किया है उसकी चर्चा दुनिया में हो रही है. संसद ने दावा किया है कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने रूस का मुकाबला करने के लिए 6-प्वाइंट का प्लान तैयार किया है. जानकारी के मुताबिक जॉनसन कनाडा, नीदरलैंड, चेक गणराज्य, हंगरी, पोलैंड और स्लोवाकिया के नेताओं के साथ इस प्लानिंग पर बातचीत करने वाले हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार देशद्रोह के आरोप में यूक्रेन की सेना ने अपने ही वार्ताकार को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया है. बताया जा रहा है कि वह रूस के साथ बातचीत करने वाले दल के सदस्य थे. आपको बता दें कि सोमवार को रूस और यूक्रेन के बीच तीसरे चरण की वार्ता होनी है.
यूक्रेन की सरकार की ओर से दावा किया गया है कि रूस ने 10 दिनों के संघर्ष में अपने 10,000 सेना के जवानों को खो चुका है. यही नहीं रूसी सेना के 79 फाइटर जेट और हेलीकॉप्टर समेत 269 टैंक, 945 बख्तरबंद लड़ाकू वाहन और 45 मल्टी रॉकेट लॉन्च सिस्टम को भी यूक्रेनी सेना ने नष्ट कर दिया है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सीजफायर के बाद भी रूस ने रविवार को मारियूपोल में हमला कर दिया. मारियूपोल वही शहर है जिसमें बीते दिन युद्ध विराम की घोषणा रूस की ओर से की गई थी. इस दौरान रूस की ओर से कहा गया था कि वह इस दौरान हमला नहीं करेगा. लिहाजा फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकाला जाएगा.
यूक्रेन पर हमले के दसवें दिन शनिवार को भी रूसी सेना ने कई स्थानों पर मिसाइलों व तोपों से हमले किये. ऐसे में युद्ध प्रभावित शहरों से लोगों को निकलने में काफी परेशानी हो रही है. विशेषकर पूर्वी यूक्रेन से, जहां दोनों देशों के सैनिकों के बीच घमासान युद्ध जारी है. इस बीच, रूसी रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेन के दो शहरों- मारियुपोल व वोल्नोवाखा में संघर्ष विराम का एलान किया है. साथ ही रूसी सेना ने इन दोनों जगहों पर ग्रीन कॉरिडोर बनाने का भी एलान किया है, ताकि लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके. दिलचस्प बात यह है कि ये दोनों शहर पूर्वी यूक्रेन के डोनेत्स्क का हिस्सा हैं, जिसे रूस ने युद्ध की शुरुआत में ही स्वतंत्र रूप से मान्यता दे दी थी.
उधर, यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय के उप प्रमुख किरिलो तिमोशेंको ने कहा कि रूसी सेना संघर्ष विराम के बावजूद इलाके में गोलाबारी कर रही है. ऐसे में लोगों को निकालने की प्रक्रिया बाधित हुई है. रूस के रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेन के इस दावे को खारिज किया है. दावा किया कि यूक्रेनी ‘राष्ट्रवादी’ आम लोगों को शहर छोड़ने से रोक रहे हैं. गौरतलब है कि डोनेत्सक व लुहांस्क में करीब 18 प्रतिशत आबादी को रूसी नागरिकता मिल चुकी है.
इधर, भारत ने यूक्रेन के पूर्वी शहर सूमी में फंसे करीब सात सौ भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने के प्रयास और तेज कर दिये हैं. रूस व यूक्रेन से तत्काल इस इलाके में संघर्ष विराम की अपील की है. दिल्ली में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि सरकार छात्रों को निकालने के लिए सभी विकल्पों पर काम कर रही है. यह इलाका रूसी सीमा से 60 किलोमीटर दूर है. वहीं, सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो सामने आये हैं, जिनमें भारतीय छात्रों ने इस क्षेत्र से त्वरित रूप से निकालने की अपील की है. छात्रों ने कहा कि उनके पास भोजन व पानी की कमी हो गयी है. यूक्रेन में भारत के राजदूत पार्थ सतपति ने कहा कि छात्रों की सुरक्षित स्वदेश वापसी के लिए कोई कसर नहीं छोड़ा जायेगा.
-सूमी में फंसे छात्रों को खाने-पीने का संकट, भारत का दोनों देशों से संघर्ष विराम का आग्रह
-यूक्रेन बोला-दोनों शहरों में रूस नहीं कर रहा संघर्ष विराम का पालन
-पीएम नरेंद्र मोदी ने की उच्च स्तरीय बैठक, यूक्रेन की स्थिति पर की चर्चा
-11 उड़ानों से 2,200 भारतीय आज लौटेंगे स्वदेश
-अमेरिका बोला- यूक्रेन पर रूस का आक्रमण यूरोप व वैश्विक शांति पर हमला
-पुतिन बोले- यूक्रेन पर नो-फ्लाई जोन की किसी भी तीसरे पक्ष की घोषणा को रूस सशस्त्र संघर्ष में भागीदारी मानेगा
-सबसे बड़ी रूसी विमानन कंपनी एयरोफ्लोट का बेलारूस छोड़ सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को आठ से बंद करने का एलान