Advertisement
जब कैंसर की शिकार बच्ची को चढ़ाया एचआइवी पॉजिटिव खून
तिरुवनंतपुरम : केरल के तिरुवनंतपुरम के एक अस्पताल में कैंसर का इलाज करवा रही नौ साल की बच्ची को अस्पताल ने एचआइवी पॉजिटिव खून चढ़ा दिया. अब वह बच्ची एड्स की शिकार है. बच्ची का इलाज तिरुवनंतपुरम के रीजनल कैंसर सेंटर में हो रहा था. इसी साल मार्च में यहां भर्ती हुई बच्ची का ब्लड […]
तिरुवनंतपुरम : केरल के तिरुवनंतपुरम के एक अस्पताल में कैंसर का इलाज करवा रही नौ साल की बच्ची को अस्पताल ने एचआइवी पॉजिटिव खून चढ़ा दिया. अब वह बच्ची एड्स की शिकार है. बच्ची का इलाज तिरुवनंतपुरम के रीजनल कैंसर सेंटर में हो रहा था. इसी साल मार्च में यहां भर्ती हुई बच्ची का ब्लड टेस्ट उस वक्त नॉर्मल था. लेकिन अगस्त में हुए बच्ची के ब्लड टेस्ट में वह एचआइवी पॉजिटिव पायी गयी.
हॉस्पिटल के डायरेक्टर पॉल सबास्टिन ने बताया कि कैंसर के इलाज के दौरान उसे कम से कम 49 यूनिट ब्लड कंपोनेंट चढ़ाया गया है. हमने ब्लड डोनर्स की हिस्ट्री चेक की है. कोई भी एचआइवी पॉजिटिव नहीं पाया गया. इस बात की संभावना बन रही है कि जब खून दिया गया तब हो सकता है कि किसी शख्स के टेस्ट निगेटिव आयें हों लेकिन वह एड्स ग्रसित हो. क्योंकि एचआइवी पॉजिटिव टेस्ट में निकलने में एक से तीन महीने का समय लग जाता है.
इंडिया स्पैंड की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले सात सालों में भारत भर से ऐसे 14474 केस एचआइवी पॉजिटिव होने के निकलकर सामने आये हैं. यानी ये वे मामले हैं जिनमें व्यक्ति को संक्रमित खून चढ़ाया गया, इसके बाद वे एचआइवी पॉजिटिव हुए.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement