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जॉगिंग से स्वस्थ होंगी महिलाओं की हड्डियां
ऑस्टियोपोरोसिस की चपेट में अमेरिकी महिलाएं अमेरिकी विश्वविद्यालयों द्वारा किये गये शोध से पता चला है कि बढ़ती उम्र की महिलाओं का शरीर निष्क्रिय होने लगता है और उन्हें ऑस्टियोपोरोसिस नामक हड्डी की बीमारी होने की आशंका बढ़ जाती है. अमेरिका के दो विश्वविद्यालय एक्सीटर और लीसेस्टर के नये शोध से पता चला है कि […]
ऑस्टियोपोरोसिस की चपेट में अमेरिकी महिलाएं
अमेरिकी विश्वविद्यालयों द्वारा किये गये शोध से पता चला है कि बढ़ती उम्र की महिलाओं का शरीर निष्क्रिय होने लगता है और उन्हें ऑस्टियोपोरोसिस नामक हड्डी की बीमारी होने की आशंका बढ़ जाती है.
अमेरिका के दो विश्वविद्यालय एक्सीटर और लीसेस्टर के नये शोध से पता चला है कि महिलाएं अगर तेजी से रोज एक मिनट दौड़ें तो उनकी हड्डी मजबूत बनी रहेगी. इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एपिडेमियोलॉजी में प्रकाशित हुए रिपोर्ट के अनुसार, रजोनिवृत्ति होनेवाली महिलाएं मध्यम गति से तथा रजोनिवृत्ति की उम्र पार कर चुकी महिलाएं हल्का जॉगिंग करें तो उनकी हड्डियां स्वस्थ रहती हैं.
ऑस्टियोपोरोसिस एक हड्डी की बीमारी है, जिसमें हड्डी कमजोर हो कर टूटने लगती है. हड्डी के ऊत्तक लगातार टूट कर बदलते रहते हैं. लेकिन, ऑस्टियोपोरोसिस होने के बाद नया हड्डी उत्पादन पुराने हड्डियों को हटाने की प्रक्रिया से तालमेल नहीं रखता है. इसलिए हड्डियां कमजोर होकर टूटने लगती हैं. ऑस्टियोपोरोसिस होने के बाद महिलाओं की हड्डियों में छेद और रिक्त स्थान बनना शुरू हो जाता है. इससे हड्डी का घनत्व कम हो जाता है और इनके टूटने की संभावना अधिक होती है.
राष्ट्रीय ऑस्टियोपोरोसिस फाउंडेशन के अनुसार, अमेरिका में 54 मिलियन लोग इससे ग्रस्त हैं. अध्ययन का अनुमान है कि 50 वर्ष से अधिक उम्र की दो में से एक महिला और चार पुरुषों में से एक ऑस्टियोपोरोसिस से ग्रस्त हैं.
रजोनिवृत्ति बितने के बाद की उम्र की महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या काफी बढ़ जाती है. इसलिए इस उम्र की महिलाओं को ऐसे उपाय ढूंढना चाहिए महिलाओं में हड्डियों के स्वास्थ्य को अनुकूल कर सके. इसके लिए उन्हें हल्का व्यायाम या हल्के दौड़ लगाते रहना चाहिए. रिपोर्ट बताते है कि जैसे-जैसे शरीर निष्क्रिय होने लगता है. ऑस्टियोपोरोसिस का जोखिम बढ़ने लगता है. लेकिन शारीरिक गतिविधि हड्डियों के नुकसान से बचाने में मदद करती हैं. इसके साथ ही आहार, धूम्रपान और शराब जैसे अन्य कारक भी इस प्रकार के जोखिम को बढ़ाने के कारक हो सकते हैं.
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