Vastu Tips: जन्माष्टमी का पर्व भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन भक्त मंदिरों और घरों में पूजा-अर्चना कर श्रीकृष्ण को खुश कर अपनी अपनी मनोकामना को पूर्ण करने का वरदान मांगते हैं. वास्तु शास्त्र के अनुसार, जन्माष्टमी से पहले कुछ खास उपाय करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और परिवार में सुख-समृद्धि आती है. आइए जानते हैं वे उपाय जिन्हें इस पावन अवसर से पहले अपनाना चाहिए.
घर की साफ-सफाई और शुद्धिकरण
वास्तु के अनुसार, किसी भी शुभ कार्य से पहले घर की साफ-सफाई करना जरूरी है. जन्माष्टमी से पहले घर के कोनों में जमी धूल-मिट्टी साफ करें और गंगाजल या गोमूत्र से पूरे घर का शुद्धिकरण करें. इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में सकारात्मकता आती है.
मंदिर या पूजा स्थान का विशेष सजावट
पूजा घर वास्तु में सबसे महत्वपूर्ण स्थान माना गया है. जन्माष्टमी से पहले मंदिर को अच्छी तरह साफ करें और पीले या लाल कपड़े से सजाएं. इसके बाद श्रीकृष्ण की मूर्ति को दूध, दही, शहद, घी और गंगाजल से स्नान कराएं.
मुख्य द्वार पर तोरण और दीप सजाएं
घर के मुख्य द्वार को उर्जा का मुख्य स्त्रोत बताया गया है. वास्तु के अनुसार, जन्माष्टमी से पहले आम या अशोक के पत्तों का तोरण मुख्य दरवाजे पर लगाएं और शाम के वक्त दोनों ओर घी के दीप जलाएं. मान्यता है कि ऐसा करने से सारी मनोकामना पूर्ण होती है.
घर में तुलसी और मनी प्लांट लगाएं
वास्तु में पौधों को सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत माना गया है. जन्माष्टमी से पहले घर में तुलसी का पौधा और मनी प्लांट लगाएं. तुलसी भगवान विष्णु को प्रिय है और मनी प्लांट धन और समृद्धि लाता है.
घर में बांसुरी और मोरपंख रखें
बांसुरी और मोरपंख भगवान कृष्ण के प्रिय आभूषण हैं. वास्तु शास्त्र में इन्हें घर में रखने से परिवार में प्रेम और सामंजस्य बढ़ता है और नकारात्मकता दूर होती है.
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