Vastu Tips: हर छात्र का सपना होता है कि वह पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन करें और सफलता हासिल करें. लेकिन कई बार मेहनत करने के बावजूद उसके अपेक्षा के अनुरूप परिणाम नहीं मिल पाते. ऐसे में वास्तु शास्त्र के कुछ आसान और असरदार टिप्स पढ़ाई में आने वाली अड़चनों को दूर कर सकते हैं. आइए जानते हैं उन वास्तु नियमों के बारे में जिन्हें अपनाकर स्टूडेंट्स पढ़ाई में सफलता की राह आसान बना सकते हैं.
पढ़ाई की दिशा का चुनाव
वास्तु शास्त्र के अनुसार, पढ़ाई के लिए उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा सबसे शुभ मानी जाती है. इन दिशाओं में बैठकर पढ़ाई करने से एकाग्रता बढ़ती है और दिमाग शार्प होता है. स्टूडेंट्स को चाहिए कि वे अपनी पढ़ाई की टेबल इसी दिशा में लगाएं.
पढ़ाई की टेबल और चेयर का सही इस्तेमाल
स्टूडेंट्स को कभी भी पलंग पर लेटकर पढ़ाई नहीं करनी चाहिए. हमेशा टेबल और चेयर का प्रयोग करें और टेबल पर पढ़ाई से जुड़ी चीजें ही रखें. टेबल पर अनावश्यक सामान रखने से ध्यान भटकता है और पढ़ाई पर असर पड़ता है.
कमरे में रोशनी और वेंटिलेशन
पढ़ाई के कमरे में पर्याप्त प्राकृतिक रोशनी और ताजी हवा का होना बहुत जरूरी है. उत्तर या पूर्व दिशा से आने वाली रोशनी सकारात्मक ऊर्जा देती है, जिससे पढ़ाई में मन लगता है. इसलिए अगर संभव हो तो खिड़कियां इन्हीं दिशाओं में रखें.
पढ़ाई के कमरे की दीवारों का रंग
पढ़ाई के कमरे की दीवारों का रंग हल्का और शांत होना चाहिए. हल्का पीला, सफेद या हल्का हरा रंग सकारात्मक ऊर्जा और एकाग्रता को बढ़ाता है. गहरे और चटक रंगों से बचना चाहिए, क्योंकि ये मन को भटकाते हैं.
पढ़ाई की टेबल पर सही वस्तुएं रखें
पढ़ाई की टेबल पर देवी सरस्वती की छोटी सी तस्वीर या प्रतिमा रखने से ज्ञान और बुद्धि की वृद्धि होती है. इसके अलावा टेबल पर हमेशा एक पानी से भरा गिलास और एक छोटा पौधा रखना भी शुभ माना जाता है.

