मुंबई : सारी जिंदगी कैमरे के सामने गुजारने वाली ‘स्टार’ अदाकारा श्रीदेवी बुधवार को सफेद फूलों से सजे खुले वाहन में अपने अंतिम सफर पर रवाना हुईं और गमजदा परिवार ने नम आंखों से रूपहले पर्दे की इस चांदनी को सितारों के हवाले कर दिया. चौवन वर्षीय अभिनेत्री का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. उनका पार्थिव शरीर तिरंगे में लपेटकर लाया गया था. उनका पिछले शनिवार को दुबई में असामयिक निधन हो गया था.
विले पार्ले सेवा समाज श्मशान घाट पर श्रीदेवी का अंतिम संस्कार उनके फिल्मकार पति बोनी कपूर ने किया. इस मौके पर उनके परिवार के सदस्य तथा फिल्मोद्योग और बाहर के करीब मित्र मौजूद थे। परिवार से करीबी रखने वाले सूत्रों ने कहा, कि इस दंपति की बेटियां जाह्नवी और खुशी बोनी कपूर के साथ थीं. जब श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी गयी तब प्रशंसक और मीडिया को बाहर ही रखा गया था.
उनमें कुछ का कहना था कि उन्हें अब भी विश्वास नहीं हो रहा है कि दुबई के एक होटल में श्रीदेवी की अकस्मात मृत्यु हो गयी. वह वहां परिवार के एक शादी कार्यक्रम में पहुंची थीं. लोखंडवाला से श्मसान घाट तक सात किलोमीटर की उनकी शव यात्रा में करीब दो घंटे लगे. सफेद फूलों से सजे ट्रक में जब उनका पार्थिव शरीर सेलिब्रेशन्स स्पोर्ट्स क्लब से निकला तब भावविह्वल उनके प्रशंसक दौड़ पड़े. उनमें पुरुष, महिलाएं, बच्चे और बूढे थे जो अभिनेत्री के अंतिम दर्शन के लिए बेताब थे.
अभिनेत्री ने ‘मंडरम पिरई’, ‘मिस्टर इंडिया’और ‘इंग्लिश विंग्लिश’ जैसी विविध फिल्मों से अपने अभिनय से लोगों को मंत्रमुग्ध किया। बोनी कपूर, सौतेले बेटे अर्जुन कपूर और परिवार के अन्य सदस्य पार्थिव शरीर के साथ थे. लोगों की उतावली भीड़ देख अर्जुन कपूर ने उनसे हाथ जोड़कर विनय किया कि अंतिम यात्रा आराम से गुजरने दें. हेमामालिनी ने ट्वीट किया कि श्रीदेवी को अंतिम श्रद्धांजलि दी. पूरा फिल्मोद्योग दुख में डूबा हुआ है. फिल्मों में उनकी आभा और जादू था. श्रीदेवी का पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए ले जाये जाने से पहले सेलिब्रेशन्स स्पोर्ट्स क्लब में एक प्रार्थना सभा हुई.
श्रीदेवी का पार्थिव शरीर उनके परिवार के सदस्य सुबह नौ बजे सेलिब्रेशन्स स्पोर्ट्स क्लब में लाए थे. हॉल के एक कोने में उनके पति फिल्मकार बोनी कपूर, परिवार के अन्य सदस्यों में अभिनेता अनिल कपूर, संजय कपूर, हर्षवर्धन कपूर, सोनम कपूर, रिया कपूर आदि मौजूद थे और उनकी आंखें डबडबायी हुई थीं. उनके पीछे श्रीदेवी की बेटियां जाह्नवी और खुशी गमगीन खड़ी थीं. चांदनी को श्रद्धांजलि देने पहुंचे फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा फफककर रो पड़े। फिल्मकार करण जोहर ने उन्हें ढाढस बंधाया. वैसे जोहर खुद ही अपनी रूलाई रोक नहीं पा रहे थे। रानी मुखर्जी शव के पास बैठीं और उन्होंने सोनम कपूर को सात्वंना दी.
आम लोगों के लिए सुबह 10 बजे के बाद क्लब के दरवाजे खोले गए लेकिन देशभर से आए उनके प्रशंसक अपनी पसंदीदा अभिनेत्री को अंतिम विदाई देने के लिए सुबह छह बजे से ही वहां कतारों में लग गए थे. कर्नाटक व चेन्नई से भी उनके प्रशंसक यहां मुंबई पहुंचे. कतार में अपनी बारी का इंतजार कर रहे एक प्रशंसक ने कहा, ‘‘हम पहले अनिल कपूर के बंगले पर थे और हम अपनी देवीस्वरुप श्रीदेवी को देखे बगैर मुम्बई से नहीं जायेंगे. ” श्रीदेवी (54) की पार्थिव देह को मंगलवार रात दुबई से मुंबई लाया गया था. इससे पहले दुबई प्रशासन ने यह तय किया कि होटल के बाथटब में दुर्घटनावश गिरकर उनकी मौत हुई.
वैसे श्रीदेवी की मौत को लेकर अटकलों का बाजार गर्म था. प्रश्न उठ रहे थे कि स्वस्थ नजर आ रही श्रीदेवी की इस तरह अचानक मौत की वजह क्या हो सकती है. हेमामालिनी ने कहा, ‘‘यह उनकी मौत के कारणों का विश्लेषण करने और उनके निधन को कमतर दिखाने का वक्त नहीं है. हम उनके प्रति मौत की मर्यादा का ख्याल रखें तथा जिस सम्मान की वह हकदार थीं, वह दिखाएं. उनके प्रति हमारा यही कर्तव्य बनता है…