मुंबई : लेखक-गीतकार वरुण ग्रोवर ने खुद पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों पर ट्विटर पर एक खुला पत्र लिखकर कहा कि वह खुद को बेकसूर साबित करना चाहते हैं क्योंकि यह उनकी मानसिक शांति के लिए आवश्यक है. ‘मी टू’ अभियान पर शुरू से खुलकर अपने विचार प्रकट करने वाले ग्रोवर ने कहा कि आरोपों ने केवल उन्हें मानसिक तथा पेशेवर तौर पर प्रभावित नहीं किया, बल्कि सामाजिक मुद्दे उठाने की उनकी इच्छाशक्ति भी इससे प्रभावित हुई है.
ग्रोवर मंगलवार को कहा कि क्रांतियां खूबसूरत होती हैं. वे दृढ़, शक्तिशाली, आवश्यक और ‘मी टू‘ की तरह अनिवार्य भी है. लेकिन इसके कुछ नुकसान भी होते हैं. ग्रोवर ने कहा कि मुझे पता है कि अभियान बड़ा है और मुझसे कई अधिक महत्वपूर्ण है लेकिन इस ‘‘छोटे मामले” (उनके खिलाफ लगे आरोप) ने उनके परिवार और दोस्तों को व्यापक तौर पर प्रभावित किया है.
उन्होंने लिखा, ‘‘आरोपों ने केवल मुझे मानसिक तथा पेशेवर तौर पर प्रभावित नहीं किया,बल्कि सामाजिक मुद्दे उठाने की मेरी इच्छाशक्ति भी इससे प्रभावित हुई है.’
ग्रोवर ने लिखा कि, भले ही मेरे खिलाफ कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की गई है फिर भी मुझे मेरा पक्ष स्पष्ट करने की आवश्यकता है. मामले का निपटान मेरी अपनी मानसिक शांति के लिए आवश्यक है.