UPSC Success Story in Hindi: जमशेदपुर, संदीप सावर्ण- यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास करना कठिन माना जाता है लेकिन अगर लगन और दृढ़ संकल्प से कोई काम किया जाए तो सफलता मिल ही जाती है. ऐसी ही मिसाल पेश की है छठे प्रयास में 115वीं रैंक प्राप्त कर ऋत्विक ने. उनका यह सफर हमें सिखाता है कि निरंतरता और परिवार के समर्थन से कोई भी मुश्किल चुनौती पार की जा सकती है. आइए जानते हैं झारखंड के जमशेदपुर के ऋत्विक मेहता (Ritwik Mehta) की सफलता की कहानी.
UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2024 में 115वीं रैंक (UPSC Success Story)
झारखंड के जमशेदपुर के ऋत्विक मेहता (Ritwik Mehta) ने UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2024 में 115वीं रैंक हासिल की है. यह सफलता उन्हें अपने छठे प्रयास में मिली है. इससे पहले पांचवे प्रयास में उन्हें आईपीएस के लिए चुना गया थ लेकिन उनका सपना हमेशा से IAS बनने का था. उन्होंने हार नहीं मानी और आईपीएस के बाद भी अपनी तैयारी जारी रखी. आखिरकार, उनका सपना सच हुआ.
बचपन से था UPSC का माहौल (Ritwik Mehta UPSC Success Story)
ऋत्विक के घर में हमेशा से UPSC का माहौल रहा है. उनके पिता अजय कुमार पूर्व वन क्षेत्र पदाधिकारी हैं, जबकि मां प्रियंका वर्मा प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए स्पर्धा प्रकाशन की प्रकाशक हैं. इस माहौल के कारण ऋत्विक को तीसरी कक्षा से ही UPSC के बारे में जानकारी मिलने लगी थी. उनके छोटे भाई वेदान्त मेहता ने भी एनडीए परीक्षा में देश में 29वीं रैंक हासिल की और अब वह सेना में कैप्टन के रूप में तैनात हैं.
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माता-पिता का योगदान (UPSC CSE Success Story in Hindi)
ऋत्विक अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को देते हैं. उन्होंने बताया कि जब-जब उन्हें सफलता नहीं मिलती, तब-तब माता-पिता ने उनका हौसला बढ़ाया. जब वह निराश होते, तो माता-पिता उन्हें संभालते और जब वे निराश होते, तो वह उन्हें हिम्मत देते. यही कारण है कि उन्होंने आखिरकार सफलता हासिल की.
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वर्तमान में आईपीएस की ट्रेनिंग ले रहे हैं (UPSC Success Story in Hindi)
ऋत्विक का चयन UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2023 में आईपीएस के लिए हुआ था. वे अब हैदराबाद में सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग ले रहे हैं. उनके पिता ने कहा कि आईपीएस की ट्रेनिंग के बाद ऋत्विक शारीरिक और मानसिक रूप से और भी मजबूत होंगे.
शिक्षा का सफर (UPSC CSE Success Story in Hindi)
ऋत्विक ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बाग ए जमशेद स्कूल से की और फिर लोयोला स्कूल से दसवीं और बारहवीं की पढ़ाई की. इसके बाद, उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल कॉलेज से भूगोल में ग्रेजुएशन किया. यूपीएससी की तैयारी भी उन्होंने दिल्ली में की और भूगोल को अपनी वैकल्पिक विषय के रूप में चुना.
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