Success Story: स्वाति सिंह ने निदा फाजली साहब के मशहूर शेर ‘सफर में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो- सभी हैं भेड़ में तुम भी निकल सको तो चलो’ को बिल्कुल सही साबित कर दिखाया है. मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) द्वारा आयोजित राज्य सेवा परीक्षा 2022 के हाल ही में घोषित परिणामों में स्वाति सिंह ने सातवीं रैंक हासिल की है. आपको बता दें कि सतना जिले के एक छोटे से गांव की रहने वाली स्वाति के लिए यह सफर आसान नहीं रहा है. यह रास्ता उस मेड़ की तरह था जब धान की खेती के दौरान मेड़ काफी कच्ची और फिसलन भरी होती है, उसके बावजूद हर कोई उस मेड़ पर अपने सिर पर बोझ लेकर बड़ी सावधानी से चलता है, उसी तरह मध्य प्रदेश की स्वाति अपने किसान पिता की जिम्मेदारियां सिर पर लेकर निकल पड़ी थीं. अपनी कड़ी मेहनत और परिवार के अटूट सहयोग से उन्होंने डिप्टी कलेक्टर का पद आखिरकार हासिल कर लिया.
Success Story: गांव की मेड़ से 7वीं रैंक तक का सफर
स्वाति ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सतना के सीएमए स्कूल से पूरी की और भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित जैसे मुख्य विषयों के साथ 12वीं कक्षा उत्तीर्ण की. स्वाती सिंह जो अब डेप्युटी कलेक्टर हैं उनके पिता पुष्पराज सिंह किसान हैं. उनकी मां उर्मिला सिंह गृहणी हैं. इसके साथ ही स्वाति के छोटे भाई अंश सिंह कॉम्पटीशन परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं.
उन्होंने बताया की 2017 में एमपीपीएससी की तैयारी शुरू की. आठ महीने तक यूपीएससी कोचिंग में तैयारी करने के बाद उन्होंने खुद को पूरी तरह से सेल्फ स्टडी के ज़रिए एमपीपीएससी की तैयारी के लिए झोंक दिया क्योंकि इससे पहले वो तीन बार असफल हो चुकी थी, स्वाति के दृढ़ निश्चय और अथक प्रयास ने उनको चौथे अटेम्प्ट में डिप्टी कलेक्टर बना ही दिया.

कलेक्टर बनने के बाद वह महिला सशक्तिकरण पर ध्यान देंगी
डिप्टी कलेक्टर का पद संभालने के बाद स्वाति सिंह ने कहा है कि वह शिक्षा और महिला सशक्तिकरण को प्राथमिकता देंगी. उनका मानना है कि सफलता मिलने में समय लग सकता है, लेकिन कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से इसे हासिल किया जा सकता है.
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नये अभ्यर्थी परीक्षा पास करने के लिए क्या कर सकते हैं?
स्वाति सिंह ने नए अभ्यर्थियों को संदेश देते हुए कहा कि उन्हें निरंतर प्रयास और सकारात्मक सोच के साथ पढ़ाई करनी चाहिए क्योंकि इन नियमों से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है. उन्होंने कहा, “सफलता मिलने में समय लग सकता है, लेकिन अगर आपकी लगन सच्ची है तो आप अपनी मंजिल तक जरूर पहुंचेंगे.”
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