Major Changes in Banking Sector: इस साल बैंकिंग सेक्टर ने आम खाताधारकों के लिए कई आसान और फायदेमंद बदलाव किए हैं. पुराने या निष्क्रिय खातों में जमा पैसों तक पहुंच अब पहले से कहीं आसान हो गई है. साथ ही नॉमिनी से जुड़े नियमों में बदलाव ने परिवारों को फंड जल्दी मिलने का रास्ता आसान बना दिया है.
पुराने बैंक खातों से पैसा अब जल्दी मिलेगा
देश में बहुत से बैंक खाते ऐसे हैं जिनमें सालों तक कोई लेन-देन नहीं हुआ. इन खातों की राशि अनक्लेम्ड डिपॉजिट कहलाती है. अब RBI और सरकार की पहल से ऐसे खातों की पहचान और पैसों को सही मालिकों तक पहुंचाना आसान हो गया है. अप्रैल 2022 से नवंबर 2025 के बीच बैंकों ने 10,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि सही मालिकों तक लौटाई. बैंक ने वारिसों की पहचान की, डॉक्यूमेंट जांचा और संपर्क करके राशि वापस दी.
DEA फंड से सुरक्षित पैसा
Depositor Education and Awareness Fund (DEA Fund) के तहत 10 साल तक निष्क्रिय रहने वाले खातों की रकम RBI के केंद्रीय फंड में सुरक्षित रहती है. 30 जून 2025 तक सरकारी बैंकों ने कुल 58,000 करोड़ रुपये जमा किए हैं, जिसमें SBI का योगदान सबसे अधिक है. प्राइवेट बैंकों ने भी 9,000 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए. जब मालिक या वारिस सामने आते हैं, तो पैसा तुरंत लौटाया जा सकता है.
नॉमिनी नियम में बड़ा बदलाव
1 नवंबर 2025 से खाताधारक अब किसी भी खाते, लॉकर या जमा पर चार नॉमिनी तक रख सकते हैं. पहले केवल एक नॉमिनी की अनुमति थी. अब खाताधारक नॉमिनी की हिस्सेदारी और क्रम तय कर सकता है. इससे अकाउंट होल्डर की मृत्यु के बाद परिवार के सभी सदस्य फंड आसानी से और विवाद-मुक्त रूप से प्राप्त कर सकते हैं.
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