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छोटी बचत पर नहीं घटेगा ब्याज दर, सरकार ने वापस लिया कटौती का फैसला, जानिए सुकन्या योजना में कितना पड़ा फर्क

Sukanya Samriddhi Yojana, Small Savings Schemes, Interest Rate: चौतरफा दबाब और घोर विरोध के बीच केंद्र सरकार ने लघु बचत योजनाओं पर ब्याज की दरों में कटौती का अपना फैसला वापस ले लिया है. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस फैसले को वापस लेने की बात कही है.

  • ब्याज दर में कटौती का फैसला वापस

  • हर ओर हो रहा था विरोध

  • लघु बचत योजनाओं में पहले की तरह मिलेगा ब्याज

Sukanya Samriddhi Yojana, Small Savings Schemes, Interest Rate: चौतरफा दबाब और घोर विरोध के बीच केंद्र सरकार ने लघु बचत योजनाओं पर ब्याज की दरों में कटौती का अपना फैसला वापस ले लिया है. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस फैसले को वापस लेने की बात कही है. बता दें, केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने इन योजनाओं पर ब्याज की दर में 1.1 प्रतिशत तक की कटौती की थी. जिसके बाद से ही इस फैसले का हर ओर विरोध होने लगा था.

ब्याज दर में कटौती का फैसला वापस लेने के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इन योजनाओं पर ब्याज की दर पिछली तिमाही में मिलने वाली ब्याज के बराबर ही बनी रहेगी. बता दें, नई दरें आज यानी 1 अप्रैल से ही लागू होने वाली थी. लेकिन अब वित्त मंत्रालय ने अपना फैसला वापस ले लिया है.

वित्त मंत्रालय की ओर से सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) के तहत भी खाता धारकों को सालाना मिलने वाले 7.6 फीसदी ब्याज दर को घटाकर 6.9 फीसदी कर दिया गया था. यानी इस महत्वकांक्षी योजना में भी 70 बेसिस प्वाइंट की कटौती की गई थी. लेकिन राहत की बात है कि वित्त मंत्रालय ने ब्याज दर में कटौती का अपना फैसला वापस ले लिया है. यानी अब इस योजना में भी पहले की तरह लोगों को लाभ मिलता रहेगा.

क्या है सुकन्या समृद्धि योजनाः दरअसल, सुकन्या समृद्धि योजना भारत सरकार की एक छोटी बचत योजना है, जो खास तौर पर बच्चियों के लिए बनायी गयी है. इस योजना के तहत बच्चियों के जन्म लेने के बाद से लेकर 10 साल की उम्र पूरी होने के पहले तक उनके नाम से बचत खाता शुरू किया जा सकता है. जब कन्या की उम्र 18 साल की हो जायेगी, तो जमा राशि का 50 फीसदी राशि शादी या शिक्षा के लिए निकाला जा सकेगा.

सुकन्या योजना में अब एक बार फिर ब्याज दर 7.6 फीसदी हो गई है, और इसकी परिपक्वता अवधि 21 साल और निवेश अवधि 15 साल होती है. सुकन्या अकाउंट खोलने के लिए आपको भारत का निवासी होना चाहिए. एक बार जब बालिका 18 साल की हो जाती है, तो वह खुद खाताधारक बन जाएगी. एसएसवाई खाता खोलने के बाद आप इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक एप के जरिए घर बैठे ऑनलाइन सब कुछ आसानी से मैनेज कर सकते हैं.

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Posted by: Pritish Sahay

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