बी2बी ई-कॉमर्स कंपनी इंडियामार्ट ने शनिवार को यह घोषणा की कि वह अपने कमर्चारियों को महीने के अंत में सैलरी देने की बजाय साप्ताहिक वेतन देगी. इंडिया मार्ट ने अपने फेसबुक पेज पर इससे संबंधित घोषणा की है.
वीकली वेतन का फैसला करने वाली पहली कंपनी
इंडिया मार्ट का कहना है कि इस तरह का कदम उठाने वाली वह पहली कंपनी है और उसके इस कदम से कर्मचारियों का आर्थिक बोझ कम होगा. साथ ही हर सप्ताह पैसे मिलने से उनमें काम की इच्छा ज्यादा बनी रहेगी.
साप्ताहिक वेतन देने का उठाया कदम
कंपनी ने अपने फेसबुक पोस्ट में एक तस्वीर के साथ लिखा है कि एक फ्लैक्सी वर्क कल्चर बनाने और कर्मचारियों के फाइनेंशियल वेलनेस के लिए वे ऐसा कदम उठा रहे हैं. भारत की पहली कंपनी जो साप्ताहिक वेतन देने का कदम उठाने जा रही है.
इंडिया मार्ट देश की सबसे बड़ी बी2बी ई-कॉमर्स कंपनी
इंडिया मार्ट भारत की सबसे बड़ी बी2बी ई-कॉमर्स कंपनी है. इसकी स्थापना 1999 में हुई थी. यह कंपनी बिजनेस को आसान बनाने के इरादे से काम कर रही है और इसके साथ करोड़ों लोग जुड़े हैं.
विश्व के कई देशों में जारी है व्यवस्था
साप्ताहिक वेतन देने की व्यवस्था विश्व के कई देशों में मौजूद है जिनमें अमेरिका, न्यूजीलैंड और हांगकांग जैसे देश शामिल हैं. यहां एक सप्ताह या 15 दिन में वेतन देने की व्यवस्था है. लेकिन भारत जैसे देश में जहां सारा खर्च मासिक आधार पर किया जाता है, यह बड़ा कदम है.
साप्ताहिक सैलरी पर सवाल
इंडियामार्ट द्वारा उठाया गया यह कदम कितना कारगर होगा यह अभी से बताना कठिन है, क्योंकि लोगों की आदत मासिक खर्चे की है और स्कूल फीस, घर का किराया, बैंक का ईएमआई सबकुछ मासिक ही तय होता है, ऐेसे में साप्ताहिक वेतन का काॅन्सेप्ट कितना सही है अभी बता पाना कठिन होगा.