India-Us : Elon Musk के नेतृत्व वाले डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) ने अंतरराष्ट्रीय बजट में व्यापक बदलाव के तहत $723 मिलियन की विदेशी सहायता फंडिंग में कटौती करने का निर्णय लिया है. इस फैसले के तहत कई देशों, जिनमें भारत और बांग्लादेश शामिल हैं, के लिए आवंटित धनराशि को समाप्त कर दिया गया है.
US taxpayer dollars were going to be spent on the following items, all which have been cancelled:
— Department of Government Efficiency (@DOGE) February 15, 2025
– $10M for "Mozambique voluntary medical male circumcision"
– $9.7M for UC Berkeley to develop "a cohort of Cambodian youth with enterprise driven skills"
– $2.3M for "strengthening…
भारत में मतदाता जागरूकता कार्यक्रम की फंडिंग बंद
DOGE द्वारा किए गए ऐलान के अनुसार, अमेरिका ने भारत में मतदाता भागीदारी बढ़ाने के लिए निर्धारित $21 मिलियन की सहायता राशि को रद्द कर दिया है. यह फंड देश में चुनावी प्रक्रिया को मजबूत करने के लिए इस्तेमाल किया जाना था, लेकिन अब इसे रोक दिया गया है.
बांग्लादेश में लोकतंत्र समर्थन कार्यक्रम भी प्रभावित
बांग्लादेश में लोकतांत्रिक स्थिरता और राजनीतिक सुधारों को बढ़ावा देने के लिए $29 मिलियन की सहायता राशि आवंटित की गई थी, जिसे अब बंद कर दिया गया है. हाल ही में बांग्लादेश में हुए राजनीतिक संकट के बाद, सेना ने शेख हसीना सरकार को सत्ता से हटा दिया था. वर्तमान में, मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में एक अंतरिम सरकार कार्यरत है, लेकिन राजनीतिक स्थिरता अभी तक बहाल नहीं हुई है.
अंतरराष्ट्रीय सहायता प्राथमिकताओं में बदलाव
इस फैसले को अमेरिका की विदेशी सहायता प्राथमिकताओं की पुनर्समीक्षा के रूप में देखा जा रहा है. एलन मस्क ने कई बार यह कहा है कि अमेरिका अनियंत्रित खर्चों के चलते “दिवालिया” हो सकता है और यह कदम खर्चों में कटौती करने की दिशा में उठाया गया एक अहम निर्णय माना जा रहा है.
भारत में इस फैसले पर प्रतिक्रिया
DOGE की घोषणा के बाद बीजेपी नेता अमित मालवीय ने इस फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा, “भारत में मतदाता भागीदारी के लिए $21 मिलियन की फंडिंग? यह निश्चित रूप से भारत की चुनावी प्रक्रिया में बाहरी हस्तक्षेप जैसा प्रतीत होता है. इससे किसे फायदा होने वाला था? निश्चित रूप से सत्ताधारी दल को नहीं!”
– $486M to the “Consortium for Elections and Political Process Strengthening,” including $22M for "inclusive and participatory political process" in Moldova and $21M for voter turnout in India.
— Amit Malviya (@amitmalviya) February 15, 2025
$21M for voter turnout? This definitely is external interference in India’s electoral… https://t.co/DsTJhh9J2J
अन्य देशों की सहायता भी रोकी गई
इस कटौती से केवल भारत और बांग्लादेश ही नहीं, बल्कि कई अन्य देश भी प्रभावित हुए हैं. कुछ प्रमुख कटौतियां निम्नलिखित हैं:
फंडिंग राशि (मिलियन डॉलर में) | देश | उद्देश्य |
---|---|---|
$10M | मोज़ाम्बिक | स्वैच्छिक पुरुष खतना कार्यक्रम |
$9.7M | कंबोडिया | युवाओं के कौशल विकास के लिए |
$2.3M | कंबोडिया | स्वतंत्र आवाजों को सशक्त बनाने के लिए |
$32M | प्राग | सिविल सोसाइटी सेंटर के लिए |
$40M | वैश्विक | लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण केंद्र के लिए |
$14M | सर्बिया | सार्वजनिक खरीद प्रक्रिया में सुधार के लिए |
$20M | नेपाल | “राजकोषीय संघवाद” को मजबूत करने के लिए |
$19M | नेपाल | जैव विविधता संरक्षण कार्यक्रम के लिए |
$1.5M | लाइबेरिया | मतदाता विश्वास बढ़ाने के लिए |
$14M | माली | सामाजिक समरसता बढ़ाने के लिए |
$2.5M | दक्षिणी अफ्रीका | समावेशी लोकतंत्र को बढ़ावा देने के लिए |
$47M | एशिया | शिक्षा परिणामों में सुधार के लिए |
$2M | कोसोवो | हाशिए पर मौजूद समुदायों के लिए पुनर्चक्रण मॉडल विकसित करने हेतु |
डोनाल्ड ट्रंप ने मस्क के DOGE की सराहना की
DOGE को अमेरिकी प्रशासन द्वारा सरकारी खर्चों में कटौती और नौकरशाही में सुधार के उद्देश्य से स्थापित किया गया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में इस पहल की सराहना करते हुए कहा, “हमने अब तक अरबों डॉलर की सरकारी बचत की है और यह आंकड़ा $500 बिलियन तक जा सकता है.” DOGE की यह पहल अमेरिका की बजट नीति में बदलाव और अनावश्यक अंतरराष्ट्रीय खर्चों में कटौती की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखी जा रही है.
Also Read: मिलिए नेपाल के इकलौते अरबपति, जिनके प्रोडक्ट की दुनिया दीवानी, भूकंप में बहाया था पानी की तरह पैसा
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.