पेरिस : नीति निर्माण में सहयोग करने वाले अंतरराष्ट्रीय संगठन ओईसीडी ने गुरुवार को वैश्विक आर्थिक वृद्धि के अपने पहले के अनुमान को घटा दिया. साथ ही, संगठन ने यह भी कहा कि व्यापार तनाव से उत्पन्न जोखिम के कारण 2021 में भी तेजी आने की ज्यादा उम्मीद नहीं है. पेरिस स्थित आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) का अनुमान है कि वैश्विक स्तर पर व्यापार गतिविधियों में अगले साल 2.9 फीसदी की वृद्धि होगी. यह सितंबर में जारी पूर्व अनुमान से 0.1 फीसदी कम है. धनी देशों के संगठन ओईसीडी ने नवंबर, 2019 के आर्थिक परिदृश्य में कहा है कि 2021 में वैश्विक आर्थिक वृद्धि दर बढ़कर 3.0 फीसदी रहने की संभावना है.
ओईसीडी की मुख्य अर्थशास्त्री लॉरेंस बून ने कहा कि नीति के मोर्चे पर लागातार अनिश्चितता बने रहने के साथा कमजोर व्यापार एवं निवेश प्रवाह के बीच पिछले दो साल में वैश्विक वृद्धि परिणाम और संभावनाएं तेजी से कम हुई हैं. उन्होंने कहा कि केंद्रीय बैंकों ने मौद्रिक नीति के मोर्चे पर निर्णायक और समय पर निर्णय किये हैं. इससे व्यापार तनाव के प्रभाव से कुछ हद तक निपटने में मदद मिली, लेकिन ज्यादातर सरकारों ने राजकोषीय मोर्चे पर कुछ नहीं किया.
बून ने कहा कि लगातार नीतिगत अनिश्चितता और कमजोर व्यापार तथा निवेश प्रवाह के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था में वृद्धि 2007 में वैश्विक वित्तीय संकट आने के बाद से न्यूनतम दर से हुई है. ओईसीडी के अनुसार, दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका में 2021 में वृद्धि दर 2.0 फीसदी रह सकती है. वहीं, जापान और यूरो क्षेत्र में यह क्रमश: करीब 0.7 और 1.2 फीसदी रह सकती है. दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन में वृद्धि दर 2021 में करीब 5.5 प्रतिशत रह सकती है. उन्होंने कहा कि दुनिया की अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाओं में आर्थिक वृद्धि में सुधार हल्का रह सकता है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.