मुंबई : देश में सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक एसबीआई (भारतीय स्टेट बैंक) के पुराने होम लोन ग्राहक और इस बैंक से होम लोन लेने का प्लान बनाने वाले नये ग्राहकों के लिए एक खुशखबरी है. वह यह कि देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक अपने ग्राहकों को रिजर्व बैंक की ओर से रेपो रेट (नीतिगत ब्याज दर) में की गयी कटौती का फायदा देने पर विचार कर रहा है.
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खबर यह है कि बैंक अपने पुराने ग्राहकों को भी रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट पर कर्ज दे सकता है. अगर उसने सही मायने में इसे लागू कर देता है, तो उसके पुराने होम लोन ग्राहकों की ईएमआई सस्ती हो सकती है और नये ग्राहकों को भी कम ब्याज दर पर होम लोन मिल सकेगा.
दरअसल, एसबीआई ने जुलाई में होम लोन के लिए रेपो लिंक्ड रेट की शुरुआत की थी, जिसका फायदा केवल नये ग्राहकों को दिया जाना था. उसकी इस प्रक्रिया से केवल नये ग्राहकों को ही नीतिगत ब्याज दरों में कटौती का फायदा मिल रहा था. बैंक के चेयरमैन रजनीश कुमार के अनुसार, मौजूदा ग्राहकों केा रेपो रेट में कटौती का फायदा पहुंचाने की संभावनाओं पर हम विचार कर रहे हैं.
रजनीश कुमार ने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बैंक कर्ज की मांग काफी कम रही, लेकिन अच्छे मॉनसून के असर से दूसरी तिमाही में मांग बढ़ने के आसार नजर आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि आपूर्ति में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है. बैंकों के पास काफी पूंजी है और ब्याज दरें भी नियंत्रित हैं. उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन पैकेज की जरूरत है और उस पर विचार किया जा रहा है. एसबीआई को इस बात की उम्मीद है कि मौजूदा वित्त वर्ष में उसकी लोन ग्रोथ 12 फीसदी तक रह सकती है.
गौरतलब है कि देश के बैंकों ने जब 2014 में एमसीएलआर(मार्जिनल कॉस्ट बेस्ड लेंडिंग रेट) की शुरुआत की थी, तब ग्राहकों को बेस रेट आधारित और मार्जिनल कॉस्ट आधारित रेट के बीच स्विच करने का विकल्प भी दिया था. एसबीआई का रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (आरएलएलआर) रेपो रेट से 2.25 फीसदी अधिक यानी 7.65 फीसदी है. फिलहाल, रेपो रेट 5.40 फीसदी है.
मीडिया की खबरों के अनुसार, एसबीआई के आरएलएलआर के ऊपर 40 बेसिस पॉइंट्स और 55 बीपीएस का स्प्रेड लगता है. ऐसे में नये लोनधारकों को 8.05 फीसदी से 8.20 फीसदी की दर पर होम लोन ले सकते हैं. फिलहाल, एसबीआई 75 लाख रुपये तक का एमसीएलआर लिंक्ड होम लोन 8.35 फीसदी से 8.90 फीसदी की ब्याज दर उपलब्ध कराता है. इस साल की फरवरी से अब तक बैंक एमसीएलआर को 30 बीपीएस से घटा चुका है, जबकि रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 110 बीपीएस तक कटौती की है.